हेडिंग: गले से नहीं उतर रहा पुलिस का गुडवर्क

-वारदात के 10 दिन बाद पुलिस ने बीसीए स्टूडेंट को कातिल बताते हुए किया गिरफ्तार

-आरोपी को सिर्फ फोटो सेशन कराने के लिए लाए, मीडिया से बात भी करने नहीं दी

-सवालों का गोलमोल जबाव देते रहे पुलिस अफसर, जांच का हवाला देकर बचते रहे

KANPUR: किदवईनगर पुलिस ने 10 दिन की मैराथन जांच के बाद बुधवार को रेहान मर्डर केस का खुलासा कर गुडवर्क का दावा किया। हालांकि, इस गुडवर्क में चलनी से ज्यादा छेद हैं। जो पुलिस की प्रेस कांफ्रेंस के शुरू होते ही एक-एक कर सामने आने लगे। पुलिस ने मामले में एक बीसीए स्टूडेंट को कत्ल का आरोपी बताते हुए पेश किया लेकिन कहने के बावजूद मीडिया से उसकी बात नहीं कराई। हालांकि, आरोपी अपनरी सफाई में कुछ कहना चाहता था लेकिन पुलिस ने उसकी आवाज बाहर नहीं आने दी। शायद पुलिस को डर था कि आरोपी की आवाज खुली तो कहीं उनकी जुबां पर ताला न लग जाए। पुलिस ने कथा की तरह अपनी कहानी बताई और चलती बनी। मानो वहां मीडियाकर्मी नहीं, भक्तगण बैठे हों। न आरोपी के खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश किए और ना आई नेक्स्ट के सवालों के जवाब। हालांकि, यही पुलिस, छोटे-छोट चोर लुटेरे पकड़ने पर जमकर फोटो सेशन करवाती है। सिपाही से लेकर बड़े साहब तक शाबासी वाले काम की फोटो खिंचवाते हैं। ऐसे तस्वीरें आपको अक्सर अखबारों में देखने को भी मिलती होंगी।

20 अगस्त को हुई हत्या

जूही लाल कॉलोनी में रहने वाले मेहराज अहमद बैग कारोबारी हैं। 20 अगस्त को उनके मासूम बेटे रेहान (10) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। वो घर से खेलने के लिए निकला था। उसका खून से सना शव घर से कुछ दूरी पर एक कॉलोनी के पीछे मिला था। पीडि़त परिवार ने तहरीर देते हुए गुप्ता परिवार पर शक जताया था। जिसके आधार पर पुलिस ने गुप्ता, उनके बेटे समेत आधा दर्जन लोगों को उठाकर पूछताछ कर रही थी। इसमें मृतक के परिवार के लोग भी पुलिस के राडार पर थे, लेकिन बुधवार को पुलिस ने अचानक इन सभी क्लीन चिट देते हुए बीसीए स्टूडेंट को हत्या का आरोपी बनाकर पेश कर दिया।

जरा सुनिए पुलिसिया कहानी

पुलिस ने रेहान मर्डर में उसके घर के पास रहने वाले एयरफोर्स कर्मी भगवान सिंह सेंगर के बेटे जय प्रताप सिंह उर्फ मोहित को गिरफ्तार किया है। वो तीन भाई बहनों में दूसरे नम्बर का है। वो बीसीए स्टूडेंट होने के साथ एनिमेशन का भी काम करता है। पुलिसिया कहानी के मुताबिक, जय प्रकाश ने ही रेहान का कत्ल किया है। वो रेहान के साथ कुकर्म करना चाहता था, लेकिन जब कामयाब नहीं हो पाया तो उसने रेहान की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने उसे दो चश्मदीद गवाह के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि एक गवाह ने जय प्रकाश को रेहान को साथ ले जाते हुए देखा है, जबकि दूसरे गवाह ने उसे रेहान का कत्ल करते हुए देखा है। पुलिस के मुताबिक रेहान का कत्ल करने के दौरान जय प्रकाश के कपड़े और हाथ के कलावा में खून लग गया था। जिसे जय प्रकाश ने धोकर साफ कर दिया था। पुलिस ने कपड़े और कलावा को भी बरामद करने का दावा ि1कया है।

पुलिस के दावे, आई नेक्स्ट के सवाल

1- पुलिस ने कुकर्म का विरोध करने पर मासूम का कत्ल करने का दावा किया है

सवाल- पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना के दिन ही बारीकी से जांच करने के बाद मासूम के साथ कुकर्म या कुकर्म के प्रयास से इन्कार किया था। इसलिए अब कुकर्म के प्रयास की कहानी गले से नहीं उतर रही है।

2- पुलिस के मुताबिक छात्र ने अकेले ही वारदात को अन्जाम दिया

सवाल- पुलिस के जिस छात्र को गिरफ्तार किया है। वो इकहरा बदन का काफी कमजोर और दुबला है। उसे देखकर कोई भी कह सकता है कि वो अकेला कत्ल नहीं कर सकता है। क्यों न तो वह पेशवर अपराधी है और हिस्ट्रीशीट।

3- पुलिस के मुताबिक आरोपी छात्र ने घटना स्थल पर ही चाकू से मासूम की गला रेतकर हत्या की थी

सवाल- मासूम का जहां पर कत्ल हुआ। वहां पर कॉलोनी की ओर हमेशा चहल-पहल रहती है। अगर छात्र ने वहां पर मासूम का कत्ल किया है तो वो शोर मचाकर लोगों को बुला सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरी बात क्या वह चाकू घर से लेकर गया था। उसने पहले से प्लान बना रखा था कि हत्या करनी ही है।

4- पुलिस के मुताबिक वो रेहान को बातों में फंसाकर ले गया था

- रेहान क्लास 4 का स्टूडेंट था, जबकि मोहित बीसीए का स्टूडेंट है। दोनों में बातचीत भी नहीं होती तो वो रेहान को कैसे बातों में फंसाकर ले जा सकता है।

5- चश्मदीद ने कत्ल करते हुए देखा तो रोका क्यों नहीं

पुलिस ने मुताबिक चश्मदीद ने मोहित को रेहान का कत्ल करते हुए देखा है। ऐसे में उसने मोहित को कत्ल करने से रोका क्यों नहीं। उसके सामने एक मासूम का कत्ल हो गया और उसने कातिल को रोका भी नहीं, जबकि कातिल शारीरिक रूप से बेहद कमजोर था।

6- इतने दिन तक क्यों चुप रहा चश्मदीद गवाह

पुलिस ने चश्मदीद गवाह के बयान के आधार पर केस को खोला है। सवाल है कि चश्मदीद गवाह इतने दिन क्यों चुप रहा। वो किस बात वेट कर रहा था। जब उसने कातिल को देख लिया था तो वो पहले दिन पुलिस को बता सकता था। फिर उसको पुलिस को बताने में दस दिन क्यों लग गए।

तो बदला लेने के लिए छात्र को फंसा दिया

वैसे तो रेहान मर्डर केस का सेहरा किदवईनगर पुलिस के सिर पर बंधा है, लेकिन इस गुडवर्क में एक और थाने के एसओ की मुख्य भूमिका रही है। वो लिखापढ़ी में तो सामने नहीं है। लेकिन चश्मदीद गवाह को ढूढ़ने के साथ ही आरोपी को गिरफ्तार उन्हीं ने किया है। पीडि़त परिवार ने एसओ पर बेटे को फंसाकर बदला लेने का आरोप लगाया है। पीडि़त पिता के मुताबिक, एसओ पूर्व में कोतवाली में रह चुके हैं। एक मामले में एसओ ने उनसे पचास हजार रुपए की घूस मांगी थी। जिसकी उन्होंने तत्कालीन विजिलेंस सीओ निहारिका शर्मा से शिकायत कर दी थी। इसे लेकर एसओ उनसे खुन्नस मानते हैं। इसलिए उसने मेरे बेटे को फंसा दिया है।

आला कत्ल का भी पहले से इन्तजाम कर लिया

पुलिस मुखबिर की सूचना पर पराग डेरी के पास से मोहित की गिरफ्तारी दिखाई है, जबकि सच्चाई कुछ और है। पुलिस मोहित को पूछताछ के बहाने से घर से ले गई थी। इसके बाद पुलिस अगले दिन मोहित के घर दोबारा पहुंची थी। इस बार पुलिस मोहित के कपड़े, सब्जी काटने वाली चाकू और अमृतसर से लाई गई एक कटार साथ में ले गए थे। सोर्सेज की मानें तो पुलिस कटार को ही आलाकत्ल बनाकर पेश कर सकती है।