-एटा से प्रेमी युगल आए थे राहत की गुहार लगाने हाइ कोर्ट

-गेट पर दरोगा ने युवक को अरेस्ट किया तो बिगड़ गया मामला

-दरोगा ने दिखाया दम तो वकीलों ने पीटा, गाड़ी तोड़ी

ALLAHABAD: युगल एटा से इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे थे। उन्हें पता था कि यहां के अलावा और कोई उन्हें सिक्योरिटी नहीं दे सकता। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि प्यार के पीछे कानून भी पड़ा है। लड़की के अपहरण का मुकदमा दर्ज होने से दरोगा जी भी हाइ कोर्ट पहुंच गए। लेकिन, यहां जो कुछ भी हुआ दरोगा जी शायद ही उसे ताउम्र भुला पाएं।

घरवालों की मर्जी के बिना की शादी

पुलिस सोर्सेज की मानें तो प्रेमी युगल एटा के रहने वाले हैं। दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन घरवालों से रजामंदी नहीं मिली। इसके बाद दोनों ने घर छोड़ दिया। इस मामले में लड़की के घरवालों ने पुलिस से शिकायत की। उसे नाबालिग बताया और अपहरण का नामजद मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला दर्ज किया। एटा पुलिस रिपोर्ट दर्ज करके आरोपी युवक की तलाश में लग गई।

इलाहाबाद मिला लोकेशन

सर्विलांस के जरिए पुलिस को पता चल गया कि प्रेमी युगल इलाहाबाद में हैं। दरअसल यह युगल एडल्ट था और इसी आधार राहत की उम्मींद में हाइ कोर्ट पहुंचा था। युवक का दावा है कि छात्रा माइनर नहीं है। उसके पास इसका प्रमाण है। एडवोकेट की मदद से उन्होंने कोर्ट में सिक्योरिटी के लिए रिट दाखिल कर दी। ट्यूजडे को प्रेमी युगल को हाईकोर्ट में बयान देना था। इसकी भनक लड़की के घर वालों को लग गई।

कोर्ट के बाहर पकड़ने की कोशिश

सुबह साढ़े दस बजे युगल अपने एडवोकेट के साथ हाइ कोर्ट पहुंचे। कैंपस में इंट्री के लिए वह अपने वकील के साथ पास बनवा रहे थे तभी छात्रा के परिवार वाले जाइलो गाड़ी से पहुंच गए। उनके साथ एटा पुलिस थी। सब इंस्पेक्टर ने फैमिली के कहने पर आरोपी लड़के की अरेस्टिंग करनी चाही तो धक्का-मुक्की करनी पड़ गई।

नादानी पड़ गई भारी

इस पर तैश में आए दरोगा ने वकील के ड्रेस में मौजूद एक व्यक्ति को थप्पड़ रसीद कर दिया। इतने पर बवंडर खड़ा हो गया। चंद मिनट के भीतर दर्जनों की संख्या में अधिवक्ता वहां पहुंच गए। उन्होंने दरोगा की पिटाई कर दी। दरोगा किसी तरह अपनी जान बचाने के लिए भागे। इसके बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा उस गाड़ी पर उतरा जिससे दरोगा और लड़की के परिवारवाले पहुंचे थे। इसकी सूचना मिलने पर सिविल लाइंस सीओ और इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। किसी तरह माहौल को शांत कराया। इसके बाद वकील अपने क्लाइंट को लेकर कोर्ट में चले गए। ट्रैफिक पुलिस जाइलो को खींचकर थाने ले गइ। सब कुछ शांत होने के बाद दरोगा ने सिविल लाइंस इंस्पेक्टर से मिलकर आप बीती सुनाई।