-जिले में रोजाना एक प्रेमी जोड़े के भागने का मामला आ रहा सामने

-पता लगाने और बरामदगी में लग जाता है अच्छा खासा वक्त

-जिसके चलते हार्ड कोर क्राइम को वर्कआउट करने में कंस्ट्रेट नहीं कर पा रही पुलिस

-कई घटनाओं में महीना तक का वक्त बीता, लेकिन नहीं खोल पाई पुलिस

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ: प्यार की सुनहरी दुनिया सजाने के लिए फुर्र हो रहे लव ब‌र्ड्स बरेली पुलिस के लिए टेंशन का सबब बन गए हैं। आलम कुछ ऐसा हो गया है कि पुलिस एक मामले को सुलझाती है, तब तक दूसरा मामला उसके गले आकर पड़ जाता है। ऐसे में हो यह रहा है कि पुलिस लूट, मर्डर, डकैती जैसी घटनाओं पर कंसंट्रेट करने की बजाए इन्हीं में फंस कर रह गई है। जिससे हो यह रहा है कि पुलिस की इस सिरदर्दी में कहीं न कहीं क्रिमिनल्स जरुर मजे कर रहे हैं। लव ब‌र्ड्स किस कदर पुलिस को परेशान कर रहे हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मई में ही अब तक 21 मामले आ चुके हैं।

हर लड़की को दिखाया जाता है नाबालिग

खास बात यह है कि जितने भी लड़कियों के भागने के मामले सामने आए हैं, उसमें परिजन लड़की को नाबालिग बताकर ही अपहरण की एफआईआर दर्ज करवाते हैं। इसके पीछे का कारण धाराओं में चेंज होता है। नाबालिग शब्द जुड़ते ही प्रेमी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होता है। ऐसे में पुलिस को भी सीरियस होकर इन केस को ट्रेकल करना पड़ता है। जबकि लड़कियों के बरामद होने के बाद ज्यादातर मामलों में यह बात सामने आती है कि वह नाबालिग नहीं होती है।

बड़ी टेंशन, लंबा वक्त

भले ही यह मामला ऐसे नार्मल लगते हो, लेकिन गंभीर धाराओं के बाद यह पुलिस के लिए सीरियस हो जाता है। दूसरी बात यह है कि परिजनों का इस तरह के मामलों पर पुलिस पर बेहद दबाव रहता है। जिस कारण से भी उसके लिए अच्छी खासी टेंशन हो जाती है। खास बात यह है कि एक प्रेमी जोड़े के भागने के मामले में पुलिस को करीब 15 दिन तक का वक्त लगता है। जो कि कहीं न कहीं उसकी दूसरी वर्किंग को डिस्टर्ब करता है।

कम्यूनल प्रॉब्लम का भी रहता है डर

कई बार इन प्रेमी जोड़ों की वजह से कम्यूनल प्राब्लम भी खड़ी होती है। इसके पीछे की वजह लड़का-लड़की का एक जाति या धर्म का न होना होता है। दोनों के परिवार इसे सामाजिक प्रतिष्ठा पर ले लेते हैं। एक बार प्राब्लम खड़ी होती तो फिर पुलिस के साथ आम पब्लिक को भी प्राब्लम होती है। बरेली में इस तरह के कई मामले पिछले दिनों हुए हैं।

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एक मामले में 10 से 15 दिन का लग जाता है वक्त

-ज्यादातर मामलों में नाबालिग और अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाता है।

-एफआईआर दर्ज होने के बाद मामले की जांच के लिए आईओ यानी इंवेस्टिेगेटिव ऑफिसर लगाया जाता है।

-मामला लड़की से जुड़ा होता है ऐसे में लेडी कांस्टेबल की भी डयूटी लगाई जाती है।

-ज्यादातर मामलों में प्रेमी जोड़े दूसरे शहरों में भागकर जाते हैं, ऐसे में टीम को वहां जाना पड़ता है।

-टीम के जाने का मतलब चार से पांच पुलिसकर्मियों को जाना पड़ता है।

-दूसरे शहरों में पकड़े जाने पर वहां की कोर्ट में भी पेश करना पड़ता है।

-उसके बाद में लड़की को मेडिकल जांच होती है, जिसमें कई दिन तक लग जाते हैं।

-उसके बाद लोकल कोर्ट में पेश किया जाता है। जहां पर बयान दर्ज होते है।

-उसके बाद कोर्ट का आदेश मिलने के बाद लड़की को परिजनों को सौंपा जाता है।

-इस पूरी प्रक्रिया में कई बार 10 से 15 दिन या उससे भी ज्यादा का वक्त लगता है।

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यह लगती है धराएं--

-363-366- इसमें नाबालिग का बहला फुसलाकर अपहरण

-366- बालिग लड़की का बहला फुसलाकर अपहरण करना

-पास्को एक्ट- नाबालिग लड़की मेडिकल में फिजिकल रिलेशन बनाने की पुष्टि पर

वर्जन------------

प्रेमी जोड़े पुलिस के लिए सिरदर्द तो नहीं हैं लेकिन कहीं न कहीं ये चुनौती जरूर बन रहे हैं। लड़कियों के अपहरण के केसेस में 80 परसेंट में लड़की की मर्जी होती है। इसके पीछे के कई कारण हैं। दूसरी जाति या धर्म के होने के चलते कम्यूनल प्राब्लम भी खड़ी हो जाती है।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली

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प्रेमी जोड़े ने लगाई सिक्योरिटी की गुहार

थर्सडे को एक प्रेमी जोड़ा एसएसपी के सामने पेश हुआ और सिक्योरिटी की गुहार लगाई। दोनों ने एसएसपी को बताया कि उन्होंने आर्य समाज में शादी कर चुके हैं। लड़की के घर वालों ने लड़के के घर वालों को बंधक बना लिया है। मीरगंज के सिरोधी अंगदपुर के रहने वाले युवक को अपने भाई की साली से प्यार हो गया। साली फरीदपुर के सारीपुर की रहने वाली है। दोनों के प्यार के बारे में पता चलने पर परिवार वाले खिलाफ हो गए। इसके चलते दोनों 11 मई को घर से फरार हो गए और इलाहाबाद में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। दोनों ने हाईकोर्ट से भी सिक्योरिटी का ऑर्डर ले लिया। एसएसपी ने दोनों को महिला थाना भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए।

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मर्जी से गई थी प्रेमी के साथ

बिथरी चैनपुर के बालीपुर के सपा नेता की बेटी और उसके प्रेमी को पुलिस बरेली लेकर आई। पुलिस पूछताछ में सपा नेता की बेटी ने मर्जी से जाने की बात कही। शुरुआत में लड़की ने मेडिकल कराने से इनकार कर दिया, लेकिन बाद में उसकी सहमति के बाद पुलिस ने मेडिकल कराया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान सपा नेता और उसके परिवार के लोग भी बेटी से मिलने पहुंचे। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने प्रेमी प्रदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रेमी ने पुलिस को बताया कि उसका सपा नेता की बेटी से करीब 6 महीने से अफेयर चल रहा था। दोनों फोन पर भी बात करते थे। दोनों अपनी मर्जी से मथुरा गए थे। एसओ बिथरी चैनपुर गजेंद्र सिंह ने बताया कि लड़की के कोर्ट में बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।