RANCHI : जहां-तहां बिखरी पड़ी पूडि़यों व मिठाईयों के साथ खाने-पीने के अन्य सामान व पानी की हजारों बोतलें। सोमवार को खेलगांव के पास स्थित पोस्ट ऑफिस से सटे मैदान में ऐसा नजारा दिखा। मौका था झारखंड गवर्नमेंट की ओर से महिला सशक्तिकरण दिवस के मौके पर महिला अधिकार उत्सव के आयोजन का। खेलगांव स्थित एथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित इस उत्सव में शामिल होने के लिए राज्य के अलग-अलग इलाकों से भ्0 हजार से अधिक की संख्या में आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, महिला स्वंय सहायता समूह की सदस्य, स्टूडेंट्स, महिला मुखिया और पंचायत प्रतिनिधि समेत हजारों महिलाएं आईं। इन महिलाओं को ठहराने व नाश्ता एवं भोजन की व्यवस्था राज्य सरकार ने की थी। पर, महिलाओं को अधिकार और सम्मान देने के मकसद से आयोजित इस समारोह में उन्हें घटिया और निम्न क्वालिटी का भोजन पैकेट दिया गया। ऐसे में महिलाओं ने इसे खाने की बजाय भूखे रहना मुनाि1सब समझा।

मिठाई बासी और पूड़ी में फफूंद

महिलाओं ने भोजन के पैकेट को खोला तो जहां पूडि़यों में फफूंद लगा हुआ था, वहीं मिठाई भी बासी होने की वजह से खट्टी हो गई थी। पानी की बोतल भी लो क्वालिटी की थी। ऐसे में महिलाओं ने भोजन के पैकेट को मैदान ही में फेंक दिया। गौरतलब है कि जिस कैटरर को भोजन का पैकेट बनाने का ठेका दिया गया था, उसने एक दिन पहले ही खाने के सभी सामान तैयार कर लिए थे। ऐसे में भोजन का खराब होना लाजिमी था।

सम्मान के साथ खिलवाड़

महिला अधिकार उत्सव में बड़ी उम्मीदों के साथ हजारों महिलाएं राज्य के अलग-अलग इलाकों से शामिल होने के लिए आई थीं। सरकार ने महिलाओं को अधिकार और सम्मान देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया था, पर महिलाओं को खाने के लिए दिए गए फूड पैकेट की लो क्वालिटी से सारी हकीकत सामने आ गई। महिलाओं ने बिना कोई परवाह किए भूखे घर लौटना मुनासिब समझा, बनिस्पत खराब भोजन करने के।

महिला अधिकार उत्सव में शामिल होने के लिए नोवामुंडी से आई। हमें जो भोजन का पैकेट दिया गया, उसके सामान पूरी तरह खराब हो चुके थे। पूड़ी मे फफूंद लग गया था, इसलिए इसे फेंक दिया।

बिंदू

भोजन का पैकेट खराब था। एक दिन पहले भोजन को बनाकर पैक कर दिया गया था। सब्जी सड़ गई थी। अगर इसे खा लेते तो बीमार पड़ जाते। गनीमत है कि भोजन के पैकेट को पहले देख लिया।

द्रौपदी

भोजन के पैकेट से बदबू आ रहा था। बोतल के पानी में भी खट्टापन था। ऐसे में भोजन के पैकेट को फेंक दिया। भूखे पेट हमलोग इस उत्सव में शामिल हुए।

मेरिन

भोजन के पैकेट में घटिया सामग्री थी। यह खराब हो गया था। अगर इसे खा लेते तो बीमार पड़ जाते। इसके लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो।

बसंती

महिलाओं को सम्मान देने के लिए यह कैसा समारोह आयोजित किया गया। यहां बुलाकर हमें घटिया भोजन का पैकेट दिया गया। सारा खाना फेंकना पड़ गया।

पदमा

सहिया और पंचायत प्रतिनिधियों क साथ यहां आए। हमें जो भोजन का पैकेट मिला, वह खराब क्वालिटी का था। ऐसे में इसे खाने की बजाय फेंकने में भी भलाई समझी।

माला