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LUCKNOW : कश्मीर के कमोबेश सभी हाइवे पर रात के समय सुरक्षा के लिहाज से आर्मी द्वारा लागू किये जाने वाला कॉनवाई सिस्टम आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर भी लागू किया गया है। खास बात यह है कि हर काफिले को आगरा पुलिस के जवान जिले की सीमा तक छोड़ने जाते हैं। लूटपाट और अन्य आपराधिक घटनाओं से राहगीरों को बचाने के लिये आगरा पुलिस ने यह अनूठी पहल शुरू की है, जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं और यह सिस्टम शुरू होने के बाद से एक भी आपराधिक घटना प्रकाश में नहीं आई है।

 

पूर्व एसएसपी ने किया था शुरू

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर रात के वक्त लूटपाट की कुछ घटनाएं सामने आई थीं। नोएडा एक्सप्रेस-वे पर जेवर एरिया में गैंगरेप व हत्या की घटना ने भी सनसनी फैला दी थी। इन्हीं घटनाओं से सबक लेते हुए एसएसपी आगरा रहे दिनेश चंद्र दुबे ने रात के वक्त आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर प्रयोग के तौर पर कॉनवाई ट्रैफिक सिस्टम शुरू किया था। इसके तहत एक्सप्रेस-वे पर रात 9 बजे के बाद वाहनों को काफिले में छोड़ने का सिस्टम शुरू किया गया। प्रयोग सफल रहा हालांकि, यह सिस्टम शुरू होने के बाद उनका तबादला हो गया। हालांकि, उनकी इस अनूठी पहल की जमकर सराहना हुई।

 

जवानों की भी लगाई ड्यूटी

एसएसपी दुबे का तबादला होने के बाद नये एसएसपी अमित पाठक ने कमान संभाली। सुरक्षा के लिये शुरू की गई इस पहल को उन्होंने भी अपनाया। हालांकि, उन्होंने इसमें कुछ बदलाव भी किये। पहले 25-25 वाहनों के काफिले को एक साथ एक्सप्रेस-वे पर छोड़ा जाता था। लेकिन, उन्होंने इसकी संख्या 10 वाहन कर दी। इतना ही नहीं, हर काफिले के साथ पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया। यह जवान आगरा जिले की सीमा तक कॉनवाई को सकुशल छोड़कर और उधर से दूसरी कॉनवाई को लेकर लौटते हैं। इस नये सिस्टम के शुरू होने के बाद आगरा जिले में पड़ने वाले एक्सप्रेस-वे के 40 किलोमीटर के टुकड़े पर एक भी आपराधिक घटना सामने नहीं आई है।

 

 

हाइवे पेट्रोलिंग के लिये 120 रिटायर्ड सैनिक

रात के वक्त आगरा पुलिस की इस अनूठी पहल के साथ ही यूपी एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी (यूपीडा) ने भी हाइवे पेट्रोलिंग के लिये रिटायर्ड सैनिकों की तैनाती की है। आगरा, शिकोहाबाद, इटावा, कन्नौज और लखनऊ जिले से होकर गुजरने वाले एक्सप्रेस-वे में हर 60 किलोमीटर के पैच की पेट्रोलिंग के लिये एक टीम को तैनात किया गया है। इनोवा सवार टीमें तीन शिफ्टों में पेट्रोलिंग कर रही है। यूपीडा के सीओओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि पेट्रोलिंग के लिये 10 इनोवा गाडि़यां लगाई गई हैं। हर गाड़ी में 12 एक्स सर्विसमेन (हर शिफ्ट में 4) तैनात किये गए हैं। यह टीमें एक्सप्रेस-वे पर भारी वाहनों के प्रवेश को रोकेंगे। साथ ही हादसे में घायलों को स्थानीय पुलिस व यूपी 100 मोबाइल की मदद से हॉस्पिटल भिजवाएंगे। एक्स सर्विसमैन की यह पेट्रोलिंग अस्थायी तौर पर शुरू की गई है। टोल प्लाजा स्थापित हो जाने के बाद यह जिम्मा स्थानीय पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

 

कोट

कॉनवाई के लिये वाहनों की संख्या को अधिकतम 10 कर दिया गया है ताकि, लोगों को एक्सप्रेस वे पर सफर का मजा भी किरकिरा न हो। सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मियों को इन वाहनों के साथ भेजा जा रहा है।

- अमित पाठक

एसएसपी, आगरा