- लखनऊ नहीं छू सका तीन हजार का भी आंकड़ा

- 62 हजार वोट के साथ इलाहाबाद सबसे आगे

LUCKNOW: मुद्दई सुस्त, गवाह दुरूस्त। जी हां राजधानी के लिए कहावत चरित्रार्थ हो रही है। अपने शहर को स्मार्ट बनाने की जिम्मेदारी शहर के लोगों की है। हालांकि प्रदेश की राजधानी इस मामले में सबसे फिसड्डी है। जहां अन्य शहरों में लोग स्मार्ट सिटी के लिए जमकर वोट कर रहे है, वहीं राजधानी में वोटिंग प्रतिशत अन्य शहरों से आधे में भी नहीं है। मतलब इलाहाबाद में अब तक 62 हजार लोगों ने स्मार्ट सिटी के लिए वोट किया जबकि लखनऊ में यह आंकड़ा 3 हजार भी नहीं छू सका। इसके पीछे लखनऊ के लोगों के साथ-साथ नगर निगम की व्यवस्था भी जिम्मेदार है। विभाग की तरफ से भी स्मार्ट सिटी के वोटिंग को लेकर प्रचार-प्रसार में भी लापरवाही बरती गई है।

राजधानी में 2670 वोट

पब्लिक के वोटिंग करने के मामले में इलाहाबाद सबसे आगे हैं। इलाहाबाद में अभी तक जहां 62,059 सबमिशन मिल चुके हैं, वहीं लखनऊ में स्मार्ट सिटी योजना के लिए 2679 ने ही वोटिंग की है। वोटिंग की यह स्थिति बताती है कि थ्रीजी व वाई-फाई कनेक्टिविटी के दौर में हम कितने पीछे हैं। अतिक्रमण मुक्त सड़क, साफ सुथरा वातावरण, जाम मुक्त ट्रैफिक, साफ पेयजल, परिहवन व्यवस्था के स्मार्ट होने की बात करने वाले स्मार्ट सिटी के लिए वोटिंग करने में पिछड़े हैं। झांसी में 38890, वाराणसी में 5535 सबमिशन हो चुके हैं।

वोटिंग प्रतिशत अन्य सिटी से कम

अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने बताया कि अन्य शहरों में प्रत्येक दिन पांच से सात हजार तक के सबमिशन हो रहे हैं, जबकि लखनऊ में एक हजार होना भी मुश्किल है। हालंाकि दूसरे शहर स्मार्ट सिटी योजना में शामिल होने के लिए निजी संस्थाओं और मैनेजमेंट कंपनियों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण यहां सबमिशन की संख्या बढ़ रही है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की नई गाइडलाइन के अनुसार स्मार्ट सिटी के चयन के लिए पब्लिक की वोटिंग को अधिक नंबर दिए गए हैं। स्मार्ट सिटी योजना के पहले चरण में प्रदेश के 98 शहरों का चयन किया गया था। इसमें से दूसरे चरण में 20 सिटीज का चयन योजना के लिए किया जाना है। इसी की दौड़ के लिए नगर निगम प्रयासरत है लेकिन उसकी मेहनत पर राजधानी के लोग दूर भाग रहे हैं।

जल्द लांच हो सकता है मोबाइल एप्स

स्मार्ट सिटी की वोटिंग रेसियों बढ़ाने के लिए नगर निगम माई गर्वमेंट डॉट इन का मोबाइल एप्स भी लांच करने की तैयारी कर रहा है। ताकि मोबाइल एप्स के जरिए लोग ज्यादा से ज्यादा वोटिंग कर सके। स्मार्ट सिटी योजना के लिए स्मार्ट सिटी प्रपोजल कन्सल्टेंट डाटा व‌र्ल्ड ने तैयार कर लिया है। 25 नवंबर को इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी राजशेखर को सौंपी जाएगी। डीएम को सौंपने के साथ ही आम पब्लिक के लिए एससीपी को माय गर्वमेंट डॉट इन पर अपलोड कर दिया जाएगा। पब्लिक से मिलने वाले सुझाव और कल्सल्टेंट के जरिए तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर चयन किया जाएगा। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है कि राजधानी में रहने वाले अधिक से अधिक लोग माय गर्वमेंट डॉट इन पर जाकर वोटिंग करें जिससे लखनऊ शहर भी स्मार्ट सिटी योजना में शामिल हो सके।