- लखनऊ यूनिवर्सिटी का फरमान, अराजक स्टूडेंट्स पर कसेगा शिकंजा

- प्रॉक्टर ने एग्जाम कंट्रोलर को लिखा लेटर, उपद्रवी स्टूडेंट्स के रोके जाएं रिजल्ट

- एक बार घटना में आरोपित होने पर चेतावनी और बार-बार घटना में नाम आने वाले उपद्रवी स्टूडेंट्स पर सख्त कार्रवाई की तैयारी

- निष्कासन व निलम्बन के साथ हॉस्टल से रखा जा सकता है अलग

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन अब अराजक स्टूडेंट्स पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। इस सेशन में यूनिवर्सिटी हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स ने कैम्पस और हॉस्टल में अराजकता का माहौल बना रखा था। इसको देखते हुए अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ऐसे उपद्रवी स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई करेगा। कार्रवाई के पहले चरण में यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर ने एग्जाम कंट्रोलर को लेटर लिखकर ऐसे स्टूडेंट्स के रिजल्ट घोषित करने पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं, हॉस्टल में अराजकता फैलाने वाले स्टूडेंट्स को आगामी सेशन से हॉस्टल सुविधा न दिए जाने का फैसला लिया गया है।

एग्जाम खत्म होने के बाद होगी कार्रवाई

लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस सेशन में कैम्पस में जिन उपद्रवी स्टूडेंट्स ने जमकर अराजकता फैलाई है, अब उनकी खर नहीं है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैम्पस में हुए उपद्रव में शामिल स्टूडेंट्स पर अब एग्जाम खत्म होने के बाद कार्रवाई करने का मूड बना लिया है। इसमें स्टूडेंट्स पर लगे आरोपों के अनुसार ही उन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूर्व में यह निर्णय लिया था कि जिन स्टूडेंट्स को निलम्बित और निष्कासित किया गया है, यदि उनके एग्जाम आड़े आ रही हैं और करियर की बात है तो ऐसे स्टूडेंट्स को एग्जाम देने की सहमति दे दी गई थी।

रोका जा सकता है रिजल्ट

लेकिन एग्जाम देने के बाद उपद्रवी स्टूडेंट्स को जिन्होंने हॉस्टल में रहकर बवाल किया है, उनकी लिस्ट यूनिवर्सिटी बना रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि ऐसे स्टूडेंट्स जिनकी हॉस्टल में छोटी-मोटी घटना में एक बार नाम आया है, उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया जाएगा और उनका रिजल्ट नहीं रोका जाएगा। इसके अलावा जिन स्टूडेंट्स में बार-बार कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने और कार्रवाई होने पर भी सुधार नहीं आया और उल्टे उनका नाम दोबारा से अराजकता फैलाने में आया है, उनसे यूनिवर्सिटी प्रशासन सख्ती से निपटेगा। ऐसे स्टूडेंट्स को निलम्बित करने और आरोप गम्भीर होने पर निष्कासन करने के साथ उनका रिजल्ट भी रोकने की कार्रवाई की जा सकती है।

स्टूडेंट्स ने जमकर किया है बवाल

इस सेशन में स्टूडेंट्स का व्यवहार काफी अराजक रहा है। यूनिवर्सिटी में सेशन की शुरुआत में मिठाई वाली दुकान की घटना से लेकर हॉस्टल में प्रॉक्टर आदि को कमरे में बंद कर देने की घटना भी हुई। ऐसी घटनाओं से यूनिवर्सिटी भी शर्मसार हुई है। इस बाबत यूनिवर्सिटी के चीफ प्रवोस्ट प्रो। राज कुमार सिंह ने बताया कि इस साल ऐसे स्टूडेंट्स पर कार्रवाई किए जाने को लेकर प्रॉक्टर की ओर से लेटर की कापी मुझे भी प्राप्त हुई है। हॉस्टल के प्रवोस्ट से विवरण मांगा गया है।

प्रॉक्टर ने ख्0 स्टूडेंट्स की सूची भेजी है, जिनका रिजल्ट रोकने के लिए कहा गया है।

- एसके शुक्ला,

एग्जाम कंट्रोलर,

लखनऊ यूनिवर्सिटी