LUCKNOW:

सीबीएसई की मॉडरेशन पॉलिसी का का असर कहें या कुछ और, लेकिन इस साल के रिजल्ट में स्टूडेंट्स पर जमकर नंबर बरसे हैं। स्कूलों में फेल या 60 प्रतिशत से कम मा‌र्क्स पाने वालों की संख्या में गिरावट आई है। वहीं 80 प्रतिशत या उससे अधिक पाने वाली की संख्या बढ़ी है।

इंग्लिश, मैथ्स और अकाउंट्स का गिराया ग्राफ

आरएलबी की प्रिंसिपल निर्मल टंडन का कहना है कि इस बार आरएलबी से करीब 1,698 स्टूडेंट्स ने सीबीएसई 12वीं का एग्जाम दिया था।

पिछले साल जहां करीब इतने ही स्टूडेंट्स में से तीन ने 97 प्रतिशत से अधिक मा‌र्क्स पाए थे। जबकि इस बार पांच स्टूडेंट्स को 97 प्रतिशत से अधिक मा‌र्क्स मिले हैं। 90 प्रतिशत से अधिक मा‌र्क्स पाने वालों की संख्या भी बढ़ी है। 65 से 70 प्रतिशत तक स्टूडेंट्स ने 80 प्रतिशत या उससे अधिक मा‌र्क्स हासिल किए हैं। इसे देखकर लग रहा है कि मॉडरेशन का फायदा मिला है। इंग्लिश, मैथ्स और अकाउंट्स ने स्टूडेंट्स का ग्राफ गिराया है।

सौ में से सौ!

एसकेडी एकेडमी के डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इस बार साइंस के सब्जेक्ट जैसे, बायो, फिजिक्स और मैथ्स जैसे विषयों में स्टूडेंट्स का काफी मा‌र्क्स मिले हैं। इन सब्जेक्ट में राजधानी के कई स्टूडेंट्स ने तो सौ मे से सौ नंबर भी मिले हैं। इस बार स्टूडेंट्स ने उन सब्जेक्ट्स में भी पूरे मा‌र्क्स मिले हैं। इन्हें सबसे नॉन स्कोरिंग माने जाने वाले हिस्ट्री सब्जेक्ट में भी सौ नंबर प्राप्त किए है। इसके अलावा साइकोलॉजी, इकोनॉमिक्स, पॉलिटिकल साइंस जैसे विषयों ने भी स्टूडेंट्स को 97 से लेकर 99 नंबर तक प्राप्त हुए हैं। गिने चुने बच्चों को छोड़ दिया जाए तो इस बार इंग्लिश का एवरेज स्कोरिंग 80.85 प्रतिशत रहा हैं।