-रामनगर में नगर निगम की देखरेख में शुरू हुआ सफाई का कार्य

-मशीन माला-फूल, प्लास्टिक व अन्य गंदगी को करेगी साफ

VARANASI

गंगा के जल की सफाई के लिए नमामि गंगे की ओर से मंगाई गई ट्रैस मशीन सोमवार को गंगा में उतारी गई। इससे पहले रामनगर में नगर निगम की देखरेख में कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञों ने इस मशीन को एसेंबल किया। नगर निगम की ओर से मशीन के संचालन में प्रति माह सात लाख रुपये खर्च किया जाएगा।

ऊपर के कचरे को लेगी खींच

यह मशीन गंगा जल की सतह पर तैरते माला-फूल, प्लास्टिक व अन्य प्रकार की गंदगी को साफ कर देगी। कोयंबटूर की कंपनी कांफीडेंट इंजीनिय¨रग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मशीन की एसेंबलिंग का कार्य किया गया है। कंपनी के अफसरों ने बताया कि इस मशीन से इलाहाबाद, कानपुर, मथुरा, वृंदावन व गढ़मुक्तेश्वर में नदियों की सफाई का काम किया जा रहा है। मशीन में एक विशेष सिस्टम लगाया गया है जिसे कनवेयर सिस्टम कहते हैं जो नदी में तैरते हुए कूड़े को स्वत: खींच लेता है। इस मशीन पर क्0 कर्मी कार्य करेंगे जो कंपनी की ओर से होंगे। प्रतिदिन आठ घंटे मशीन का संचालन होगा। बता दें कि नमामि गंगे योजना की शुरुआत में ही टाटा कंपनी की ओर से एक छोटी मशीन गंगा में उतारी गई थी जो सतह पर बह रही गंदगी को साफ करने में कारगर साबित हुई थी। यह ट्रायल सफल होने के बाद बड़ी मशीन मंगाने का निर्णय नगर निगम व नमामि गंगे के लोगों ने लिया। इस बाबत संयुक्त नगर आयुक्त रमेशचंद्र सिंह का प्रयास रंग लाया और मशीन बनारस में आई। रमेशचंद्र कहते हैं कि गंगा की सफाई को लेकर नगर निगम गंभीर है। घाटों की सफाई लिए आईएलएफएस को जिम्मेदारी दी गई है। यह संस्था गंगा के 8ब् घाटों की सफाई वर्ष भर करेगी।