दो दिन से अपनों के इंतजार में पड़ी है महिला की बॉडी

रेलवे ने किया था रिफर, मरने के बाद लाश छोड़कर चला गया बेटा

ALLAHABAD: भोपाल से मां-बेटे इलाहाबाद क्या करने आए थे? कहां और कैसे एक्सीडेंट हुआ? साथ में और कौन था? क्या परिस्थितियां थीं जिसके चलते मौत के बाद बेटा गायब हो गया? इस सवालों से घिरी एक महिला की बॉडी फिलहाल पहेली बनी हुई है। दो दिन से वह लावारिस पड़ी हुई है। पुलिस और अस्पताल प्रशासन दोनों को इंतजार है परिवार के किसी सदस्य के आने का जो बॉडी ले जाए।

शरीर में कई जगह आई थीं चोटें

भोपाल के पिपलानी इलाके की निवासी 40 साल की मधु देवी को 20 दिसंबर की रात एसआरएन हॉस्पिटल के इमरजेंसी सर्जिकल वार्ड के दो नंबर बेड पर भर्ती कराया गया था। साथ में उसका पंद्रह साल का किशोर भी था, जिसे उसका बेटा बताया जा रहा है। महिला को शरीर में कई जगह चोटे आई थीं। मेजर इंजरी सर्वाइकल में थी। एक्सीडेंटल केस को रेलवे की ओर से एसआरएन हॉस्पिटल सीरियस कंडीशन में रिफर किया गया था।

दिनभर पड़ी रही बॉडी

हॉस्पिटल रिकार्ड के हिसाब से 22 दिसंबर की सुबह पांच बजे मधु देवी की मौत हो गई थी। इससे पहले ही उनके साथ आया कथित बेटा भी गायब हो गया। ऐसे में दिनभर परिजनों के इंतजार में बॉडी वार्ड में पड़ी रही। रात में दस बजे बतौर लावारिस दर्ज कराकर बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया।

गलत दर्ज हुआ नाम

शनिवार को जब रिपोर्टर ने महिला का रिकार्ड खंगाला तो रजिस्टर में उसका नाम मधु दर्ज था और पोस्टमार्टम के रिकार्ड में मंजू दर्ज किया गया था। एसआईसी को इसकी जानकारी दी गई तो उन्होंने नाम में संशोधन के आदेश दिए। बताया गया कि रविवार को बॉडी का पंचनामा भरा जाएगा और इसके 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम होगा। इस बीच कोई परिजन आता है तो बॉडी उसे सौंप दी जाएगी।