मेला में श्रद्धालुओं को पिछले वर्ष का बचा केरोसिन किया जा रहा वितरित

इस बार के लिए पांच लाख लीटर का शासन को गया था प्रस्ताव

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ALLAHABAD: मेला क्षेत्र में कोई भी विभाग हो या प्रशासनिक अमला। सभी हर बात में यही दावा कर रहे हैं कि इस बार का माघ मेला कुंभ मेला का रिहर्सल है। लेकिन मिलने वाली सुविधाओं पर नजर डालें तो मुंह से यही निकलता है कि यदि रिहर्सल में ये हाल है तो कुंभ में ये कौन सा तीन मार लेंगे। प्रशासनिक दावा और हकीकत का हाल ये है कि अब तक श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले केरोसिन आयल के लिए खाद्य विभाग की ओर से शासन को भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी ही नहीं मिली है, जबकि मेला शुरू हुए दो दिन बीत गए हैं। ऐसे समय में स्थानीय अधिकारी पिछले वर्ष के मेला में आए आयल में से बचे हुए दस हजार लीटर केरोसिन का वितरण कर काम चला रहे हैं।

साठ हजार का बनेगा कार्ड

मेला के पहले स्नान पर्व के दिन से ही क्षेत्र में श्रद्धालुओं का कार्ड बनाने का काम शुरू किया गया है। इस बार पांचों सेक्टर से साठ हजार श्रद्धालुओं का कार्ड बनवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह संख्या पिछले बार के मेला से बीस हजार कम की गई है। विभागीय कर्मचारियों की मानें तो अभी तक प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलने के कारण ही कार्ड बनवाने के लक्ष्य को घटा दिया गया है।

डीएम की स्वीकृति, आवंटन शुरू

खाद्य विभाग की ओर से पहले चार सौ मीट्रिक टन गेहूं व तीन सौ मीट्रिक टन चावल के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, उसे भी अब तक मंजूरी नहीं मिली है। अब केरोसिन का प्रस्ताव भी अधर में लटका है। शासन की ओर से कोई स्वीकृति नहीं मिलने पर जिलाधिकारी सुहास एलवाई के अनुमोदन पर पिछले वर्ष का बचा दस हजार लीटर केरोसिन वितरित करने की योजना बनाई गई है।

खाद्य पदार्थ वितरण की प्रमुख बातें

- कार्ड बनाने के लिए मेला क्षेत्र में 50 लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है। ये शिविरों में जाकर कार्ड बना रहे हैं। क्षेत्र में कुल 60 हजार कार्ड बनाने का सिलसिला एक सप्ताह तक चलेगा।

- खाद्य विभाग की ओर से इस बार केरोसिन की सप्लाई के लिए पांच लाख लीटर का प्रस्ताव बनाकर नवम्बर में भेज दिया गया था। वितरण दो से 31 जनवरी के बीच किया जाना था।

- एक कार्ड पर एक श्रद्धालु को एक लीटर ही केरोसिन का तेल दिया जाएगा। कीमत प्रति लीटर 26 रुपए रखी गई है।

- पांचों सेक्टर में कुल 26 दुकानें खोली जाएंगी, लेकिन अभी तक तेल आवंटन के लिए महज 12 दुकानें ही खोली जा सकी हैं।

शासन को केरोसिन का तेल वितरित किए जाने से संबंधित जो प्रस्ताव भेजा गया था। उसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। इसीलिए जिलाधिकारी के अनुमोदन से पिछले वर्ष मेला के लिए मंगाए गए तेल में से जो दस हजार लीटर केरोसिन बचा है, उसे वितरित करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए तेजी से श्रद्धालुओं का कार्ड बनवाया जा रहा है।

सत्येन्द्र कुमार राय, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी