-नई ट्रेन के शुभारंभ समारोह में पार्टिसिपेट करने पहुंचे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन

-कहा, वाराणसी-नई दिल्ली के बीच शुरू महामना एक्सप्रेस को पूरे वीक चलाने पर होगा विचार

-स्टेशन का किया इंस्पेक्शन, ट्रेन्स की सेफ्टी को बताया प्राथमिकता

VARANASI

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जिस बड़ोदरा-वाराणसी न्यू महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, उसे वीक में एक दिन के बजाय दो दिन चलाने पर मंथन किया जाएगा। इतना ही नहीं वाराणसी-नई दिल्ली के बीच चलने वाली पहली महामना एक्सप्रेस को तीन दिन के बजाय अब वीक के सातों दिन चलाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यह कहना है रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी का। वह शुक्रवार को न्यू महामना एक्सप्रेस के शुभारंभ समारोह में पार्टिसिपेट करने के लिए दिल्ली से बनारस पहुंचे थे। यहां के बाद चेयरमैन ने मंडुवाडीह स्टेशन का भी निरीक्षण किया।

स्टेशन का देखा हाल

ट्रेन के इनॉगरेशन से पहले चेयरमैन ने सुबह में वाराणसी कैंट स्टेशन का इंस्पेक्शन किया फिर मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ट्रेन्स की सेफ्टी प्राथमिकता में है। इस पर काम चल रहा है। गैंगमैन से लगायत सेफ्टी डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स व कर्मचारियों को एलर्ट किया गया है। इसका सबसे बड़ा लाभ ट्रेन्स के टाइम से चलाने का भी मिलेगा। एक सवाल के जवाब में अश्वनी ने कहा कि रेलवे ह्यूमन रिसोर्स को बढ़ावा देगी। बनारस का कैंसर हॉस्पिटल हो या डीएलडब्ल्यू, सभी जगह कर्मचारी हितों का ध्यान रखा जाएगा। कैंट स्टेशन के इंस्पेक्शन के दौरान चेयरमैन डीजल लाबी में लोको पायलट्स, रनिंग रूम में गा‌र्ड्स, कोचिंग में गैंगमैन व स्टेशन पर लेडीज टीटीई से मिले।

आप पैसा कमाओ, घर हम बना देंगे

कैंट स्टेशन के इंस्पेक्शन के दौरान सीआरबी से महिला टिकट परीक्षकों ने रेलवे क्वार्टर की समस्याएं बतार्ईं। रेलवे कॉलोनी में जलजमाव, पेयजल, बिजली आदि की शिकायत कीं। इस पर चेयरमैन ने कहा कि आप सब रेलवे के लिए पैसा कमाओ, घर की समस्या हम दूर करा देंगे।

पीडब्ल्यूआई से हुए खफा

चेयरमैन के समक्ष गैंगमैन ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। पीडब्ल्यूआई की खूब शिकायत की। यह भी आरोप लगाया कि वे गाली-गलौज पर उतर आते हैं। इस पर चेयरमैन ने सख्त नाराजगी जताई और जीएम व डीआरएम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। चेयरमैन ने गैंगमैनों से कहा कि कोई भी कर्मचारी अपने साहब के घर काम करने नहीं जाएगा। यदि ऐसा किया गया तो मैं खुद उन्हें सस्पेंड कर दूंगा।

कैंसर हॉस्पिटल भी गए

कैंट स्टेशन का इंस्पेक्शन करने के बाद रेलवे कैंसर अस्पताल भी गए। वहां डॉक्टर्स व कर्मचारियों से मिले। उनकी समस्याएं सुनीं। इस अस्पताल को दिसंबर तक मुंबई के टाटा मेमोरियल को हस्तांतरित किया जाना है। कैंट स्टेशन व हॉस्पिटल के इंस्पेक्शन के दौरान नॉर्दन रेलवे के जीएम आरके कुलश्रेष्ठ, एनईआर के एजीएम एसएल वर्मा, डीआरएम सतीश कुमार, वाराणसी डिवीजन के डीआरएम एसके झा, सीपीआरओ नीरज शर्मा व संजय यादव, सीनियर स्टेशन प्रबंधक एके पांडेय, आरपीएफ इंस्पेक्टर सतीश कुमार अर्जुन, पीआरओ अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।