PATNA : दिखने में दबंग जैसी कद काठी और काम भी दबंगों वाला। जहां गए वहीं छा गए। एक तरफ बदमाशों को जेल की हवा खिलाई तो दूसरी तरफ पीडि़तों को हर लड़ाई लड़कर मदद की। ऐसी है बिहार के सिंघम कहे जाने वाले पुलिस अफसर की छवि। हम बात कर रहे हैं युवाओं में लोकप्रिय और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चर्चित आइपीएस अफसर शिवदीप लांडे की। दस साल में बिहार में अलग पहचान बनाने वाला ये युवा अफसर अब महाराष्ट्र में अपराध और अपराधियों से लड़ेगा। मिनिस्ट्री ऑफ होम भारत सरकार के सेक्रेट्री राजीव महर्षि का पत्र बिहार सरकार को मिल गया है जिसमें उनका महाराष्ट्र जाना लगभग तय हो गया है। अब बिहार सरकार उन्हें तीन साल के डेप्यूटेशन पर भेज देगी। प्रदेश से जाने की खबर पर उनके कार्यो की चर्चा एक बार फिर लोगों में है।

- साहस का मान गए लोहा

शिवदीप लांडे मौजूदा समय में एसटीएफ के एसपी हैं। वर्ष ख्00म् बैच के इस आईपीएस की पहली तैनाती एएसपी मुंगेर के पद पर हुई। पहली ही पोस्टिंग में कई अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का बड़ा काम किया। ऐसे अपराधियों की अरेस्टिंग हुई जो क्राइम के साथ साथ राजनीति में भी पकड़ रखते थे। इस सख्ती से मुंगेर ही नहीं प्रदेश चर्चा में रहा। वे पटना में दो बार सिटी एसपी रहे, इसके अलावा एसपी अररिया, एडीसी गवर्नर, एसपी रोहतास भी रह चुके हैं।

- पत्थर माफियाओं की तोड़ी थी कमर

लांडे जब एसपी रोहतास हुए तो पत्थर माफियाओं में खलबली मच गई। एक एक कर उन्होंने पत्थर माफियाओं की कमर तोड़ दी। कई ऐसे माफियाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा जो चर्चा में रहे। इससे प्रदेश में वह एक दबंग पुलिस अफसर के रुप में उभर कर सामने आए। रोहतास में जब भी पत्थर माफियाओं के खिलाफ अभियान की बात आती है तो लांडे का नाम चर्चा में रहता है।

- युवाओं के बन गए रोल मॉडल

आईपीएस अफसर के रूप में वह युवाओं के रोल मॉडल बन गए। युवा उनकी फिटनेस और एक्टिव रहने की कला के दीवाने थे। पटना में तैनाती के दौरान वह सबसे अधिक चर्चा में रहे। वह भी युवाओं को कम्पटीशन की तैयारी और अन्य कैरियर संबंधी टिप्स देते रहे।