-शहर के मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन ने भी तैयारी की पूरी

-करीब आधी रात से ही मंदिरों में लगने लगेगी श्रद्धालुओं की लाइन

>BAREILLY

फाल्गुन माह के त्रयोदशी को होने वाला महाशिवरात्रि के लिए शहर में सातों मंदिर सजकर तैयार हो चुके हैं। सभी मंदिरों को रंग-बिरंगी झालरों और फूल मालाओं से सजाया गया है। वहीं मंदिर के पुजारी का कहना है कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट सुबह 4 बजे से खोल दिए जाएंगे। कई मंदिरों में श्रद्धालुओं को पूजा करने और बाहर निकलने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाएं हैं। पुलिस प्रशासन ने भी महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।

ये हैं शहर के सात नाथ

अलखनाथ मंदिर, धोपेश्वर नाथ, त्रिवटीनाथ, वनखंडी नाथ, पशुपति नाथ, तपेश्वर नाथ और मढ़ीनाथ।

मंदिरों में होंगे कार्यक्रम

शहर के बाबा धोपेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी पंडित घनश्याम जोशी ने बताया कि मंदिर के कपाट सुबह करीब तीन बजे से ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। दोपहर को मंदिर पर संगीतमयी रूद्राभिषेक किया जाएगा। साथ ही, शाम को करीब 5:30 बजे विश्व जागृत मिशन की तरफ से दीपदान का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें सवा लाख दीप जलाए जाएंगे। त्रिवटीनाथ मंदिर के पुजारी पंडित ईश्वर सरन ने बताया कि मंदिर में रूद्राभिषेक और अन्य कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके साथ अलखनाथ, बाबा वनखंडी नाथ और पशुपति नाथ आदि मंदिर में भी प्रसाद वितरण आदि कई कार्यक्रम आयोजित ि1कए जाएंगे।

कैसे मनाएं महा शिवरात्रि

बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा ने बताया कि विभिन्न बाधाओं के दूर करने के लिए विशेष शिवलिंग की पूजा करने से लाभ होता है।

-शत्रु नाश:- यदि आपके शत्रु अधिक हैं तो लहसुनिया से बने शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। इससे शत्रुओं का नाश होता है।

-भय:- यदि आपको भय लगता है तो दूर्वा को पीस कर गूंथ लें और शिवलिंग बना कर पूजा करें इससे सभी भय दूर हो जाते हैं।

-संतान प्राप्ति.- संतान प्राप्ति के लिए बांस के अंकुर से शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा करें।

-सुख समृद्धि:- सुख समृद्धि के लिए दही को कपड़े में बांधकर पानी निकाल दें और जब दही कड़ा हो जाए तो उसका शिवलिंग बना कर पूजा करें।

-रोग निवारण:-रोग निवारण के लिए मिश्री से बने शिवलिंग की पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है। इस शिवलिंग के समक्ष रुद्राष्ठाधायी का पाठ करें।

-कृषि उत्पादन: गुड़ में अन्न चिपका कर उसका शिवलिंग बनाएं और उसकी पूजा करने से कृषि उत्पादन बढ़ता है।

- विवाह: विवाह बाधा को दूर करने के लिए नवनीत वृक्ष के पत्तों का शिवलिंग बना कर पूजा करें।

-दीर्घआयु: आयु वृद्धि के लिए कस्तूरी और चन्दन से बने शिवलिंग की करें पूजा।

ग्रहों की शांति के लिए करें उपाय

चन्द्र:-दूध में काला तिल मिलाकर स्नान कराएं।

सूर्य:- आक पुष्प एवं बिल्वपत्र से पूजन करें।

मंगल:- गिलोय बूटी के रस से करें अभिषेक।

बुध:- विधारा जड़ी के रस से अभिषेक करें।

गुरु:- दूध में हल्दी मिलकर अभिषेक करें।

शुक्र:- पंचामृत शहद और घी से अभिषेक करें।

शनि:- गन्ने के रस और छाछ से स्नान कराएं।