RANCHI : कोई पलामू से तो कोई दुमका और गोड्डा से, कोई मुंडारी भाषा तो दूसरा पंचपरगनिया और खोरठा भाषी हजारीबाग से। अलग-अलग बोलियां, अलग-अलग पहनावा लेकिन आंखों में अपने अधिकार को पाने की चमक और एक दूसरे को मिलने और जानने की ललक। विविधता के बीच एकता। सोमवार को एथलेटिक्स स्टेडियम में झारखंड सरकार की ओर से महिला सशक्तीकरण दिवस-ख्0क्ब् के महिला अधिकार दिवस में झारखंड के कोने-कोने से आई महिलाओं को देखकर लग रहा था जैसे स्टेडियम में मिनी झारखंड उतर आया है। महिला अधिकार दिवस में आई महिलाओं और अतिथियों को झारखंड के परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम का उदघाटन सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्‍‌नी कल्पना सोरेन, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माज, रांची जिला परिषद की अध्यक्ष सुंदरी तिर्की ने ने किया और अध्यक्षता झारखंड सरकार की महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया।

हर साल क्भ् अक्टूबर को मनेगा महिला अिधकार दिवस

झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां हर साल क्भ् अक्टूबर को महिला दिवस सह महिला अधिकार दिवस को राजकीय सम्मान के रुप में मनाया जाएगा। सोमवार को महिला सशक्तिकरण दिवस के मौके पर खेलगांव के एथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित महिला अधिकार उत्सव में इसका ऐलान करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने इस दिन को महिलाओं के अधिकार व सम्मान के दिन के तौर पर समर्पित किया। महिला अधिकार दिवस पर महिलाओं के लिए सार्वजनिक अवकाश रहेगा। राज्य कैबिनेट में इस बाबत फैसला लिया जा चुका है। हर साल क्भ् अक्टूबर को झारखंड में राज्य महिला अधिकार दिवस के मौके पर महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। ऐसे मौके पर महिलाओं के अधिकार को लेकर सरकार की ओर से नई योजनाएं शुरू की जाएगी। महिलाओं के लिए स्कूल-कॉलेज खोले जाएंगे। महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, ताकि उनमें चेतना आए और वह अपने अधिकार व समान को लेकर सजग हो सकें।