-झारखंड महिला आयोग की प्रेसिडेंट महुआ माजी थीं सिटी में

-मासिक पत्रिका इस्पात भारती के 10वें वार्षिकोत्सव में की शिरकत

JAMSHEDPUR : झारखंड में महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं है, हम जहां भी जाते हैं यह सुनना पड़ता है। यहां से भारी संख्या में महिलाओं का पलायन देश-विदेश में होता है, यदि यहां उनके रोजगार की व्यवस्था हो जाए, तो ऐसी नौबत नहीं आएगी। ये बातें झारखंड महिला आयोग की प्रेसिडेंट महुआ माजी ने कहीं। वे रविवार को मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के ऑडिटोरियम में मासिक पत्रिका इस्पात भारती के क्0वें वार्षिकोत्सव में शिरकत कर रही थीं। कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार मौजूद थे।

लौट जाती है कल्याणकारी योजनाओं की राशि

कार्यक्रम के दौरान महुआ माजी ने गांवों में डायन प्रथा को कलंक बताते हुए कहा कि उनकी नजरों में ज्यादातर मामले जमीन हड़पने की नीयत से अंजाम दिए जाते हैं। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस व्यक्त किया कि झारखंड सरकार बहुत सारी कल्याणकारी योजनाओं की राशि केंद्र को लौटा देती है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर यह राशि खर्च क्यों नहीं की जाती। इस दौरान उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि झारखंड में यदि टूरिज्म को उधोग के रूप में विकसित किया जाए, तो आदिवासी महिलाओं की दशा सुधर सकती है। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावना है, बस सुरक्षा का माहौल बनाने की जरूरत है। मौके पर झारखंड के पुलिस महानिदेशक ने पत्रकारिता को कठिन डगर बताते हुए कहा कि सुकून की बात है कि यहां पत्रकार अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभा रहे हैं।

आयोजित हुआ कवि सम्मेलन

इस मौके पर रांची से प्रो। गिरिधारी राम गौंझू ने आदिवासी समाज पर अपने विचार रखे। एक-दो कहानी के माध्यम से आदिवासी महिलाओं की सरलता-सादगी का वर्णन किया और आखिर में अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि हंसता-गाता आदिवासी समाज कहां खो गया है, इस पर हमें चिंतन करने की जरूरत है। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हास्य कवि सुनील कुमार तंग (सिवान), कवि-गीतकार डॉ। संजय पंकज (मुजफ्फरपुर), वीर रस के कवि भूषण त्यागी (वाराणसी), हास्य कवि डॉ। गोरख प्रसाद मस्ताना (बेतिया), हास्य कवि मो। परवेज अशरफ (सिवान) व शायर मो। मंजर सुल्तान (बेतिया) के अलावा स्थानीय कवियों ने श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। डॉ त्रिपुरा झा के संचालन में हुए कार्यक्रम को डॉ बच्चन पाठक सलिल और पत्रिका के संपादक अखिलेश कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सी भाष्कर राव ने की।