- खजनी थानाक्षेत्र के सोहरा गांव का मामला

- ग्रामीणों के आक्रोश के बाद चार गिरफ्तार, एक आरोपी फरार

GORAKHPUR: खजनी थाना क्षेत्र के सोहरा गांव में रास्ते की जमीन के विवाद में एक व्यक्ति को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया। विवाद के समय दो पुलिस कर्मी वहां म ौजूद थे लेकिन दबंगों द्वारा की जा रही युवक की पिटाई को रोकने की उनको हिम्मत नहीं हुई। हत्या के बाद पुलिस लाश को थाने पर उठा ले आई। पुलिस के रवैये गुस्साए लोगों ने बाद में खजनी रोड पर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे खजनी एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ। मृतक की पत्‍‌नी कुसुम देवी की तहरीर पर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुई है। जिसमें 4 की गिरफ्तारी हो गई है, जबकि एक फरार चल रहा है।

जग्गू के घर के सामने के रास्ते को लेकर हुआ विवाद

खजनी थानाक्षेत्र के सोहरा गांव निवासी जगदेव चौहान उर्फ जग्गू के घर के सामने से रास्ता था। पिछले कुछ दिनों से इस रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। तीन दिन पहले जगदेव ने रास्ते पर निर्माण कार्य शुरू किया। रास्ते में बन रही दीवार को राकेने के लिए गांव के ही वीरेंद्र मौर्या, बब्लू व कालीचरण ने खजनी थाने पर निर्माण कार्य रुकवाने के लिए तहरीर दी। पुलिस ने उस दिन निर्माण कार्य रुकवा दिया। फ्राइडे को थाने से दो सिपाही पहुंचे और मौके का मुआयना करने लगे। पुलिस की सूचना मिलते ही जग्गू मौके पर पहुंचे। अभी बातचीत हो ही रही थी कि वहां उपस्थित वीरेंद्र मौर्या, बब्लू, काली प्रसाद मौर्या व कालीचरण मौर्या ने जग्गू को पकड़ कर पीटने लगे। इन लोगों ने जग्गू को इतना पीटा की उसकी मौके पर मौत हो गई।

पुलिस कर्मियों के सामने हुई हत्या

जग्गू फ्राइडे की सुबह 8 बजे के करीब अपने घर की चाहरदीवारी पर निर्माण कार्य करा रहे थे। उसी दौरान गांव के ही एक परिवार के वीरेन्द्र, उसका पुत्र पवन, कालीचरण, कालीप्रसाद और महेश उसके पास पहुंचे और रास्ते को लेकर विवाद करने लगे। इसी दौरान जग्गू के भतीजे सर्वेश ने खजनी थाने पहुंचकर पुलिस को विवाद की सूचना दे दी। पुलिस ने उसे थाने पर बैठा लिया। उसके बाद किसी ने घटना की सूचना सौ नंबर पर दी, तो मौके पर दो सिपाही पहुंच गए। मृतक की छोटी पुत्री 14 वर्षीय किरन का आरोप है कि दोनों सिपाहियों की मौजूदगी में आरोपियों ने उसके पिता की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी। इस दौरान दोनों सिपाही जगदेव को बचाने की बजाय मूकदर्शक बन तमाशा देखते रहे। जगदेव की मौत के बाद गांव के लोगों ने थाने पर पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उसके बाद सक्रिय हुई खजनी पुलिस ने आरोपी वीरेन्द्र, पवन, कालीचरण और काली प्रसाद को हिरासत में ले लिया, जबकि महेश फरार हो गया।

100 नंबर पर सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी और मामले को शांत कराया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि उसकी मौत किससे हुई है।

डीएन शुक्ला, सीओ खजनी