- पहले ऑफिस खोला और फिर करोड़ों का माल लेकर चंपत हुए

- व्यापारियों की मदद से पुलिस ने धर लिए तीन मेंबर, कई बाकी

- कंपनी सरगना और उसके साथी सभी लखनऊ के रहने वाले हैं

- एक करोड़ रुपए का माल बरामद, सरगना की तलाश में पुलिस

Meerut: आजकल फिल्म देखकर लोग ज्यादा इंस्पायर हो रहे हैं। कोई स्पेशल ख्म् देखकर दिमाग चलाता है, तो कोई बंटी बबली देखकर फ्रॉड करता है, कुछ बदमाश कंपनी देखकर खुद की कपंनी खड़ी कर लेते हैं। फंसते हम और आप हैं। ऐसे ही कुछ शातिर दिमाग लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए, जिन्होंने फिल्म देखी और अपनी कंपनी खोलकर व्यापारियों को करोड़ों का चूना लगा डाला। इससे पहले वे माल की सप्लाई करते पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तीन मेंबर को धर लिया, लेकिन अभी तक सरगना हाथ नहीं आया। जो लखनऊ में बैठकर यह खेल कर रहे हैं।

यह खोली कंपनी

गीतांजली एन्कलेव में सॉस (सेव एनीमल वेलफेयर सोसायटी) ग्रुप के नाम की एक फर्म का ऑफिस खोला गया था। जिसका संचालन लखनऊ का रहने वाला सरगना राकेश उर्फ इकबाल कर रहा था। इस सॉस कंपनी का डायरेक्टर फैजान अहमद उर्फ शहनवाज और अध्यक्ष अतुल मिश्रा है। इसका पंजीकरण भी लखनऊ से ही कराया गया है। इन लोगों ने इस कंपनी का ऑफिस मेरठ के गीतांजली एन्कलेव में खोला था। जिसको हैंडल करने का काम पूनम साहनी नाम की एक लेडीज को दिया गया। साथ ही इस ऑफिस में करीब नौ सदस्य और रखे गए थे।

पहले विश्वास फिर विश्वासघात

शहर के करीब एक दर्जन नामी व्यापारियों से इन लोगों ने चाय से लेकर एसी तक की खरीदारी शुरू की। पहले छोटी-मोटी खरीदारी करके पैमेंट देते रहे। व्यापारियों को इन लोगों ने अपने विश्वास की गिरफ्त में लिया और फिर बड़ी डीलिंग करने लगे। नौ जुलाई से पहले इन लोगों ने करीब दो करोड़ का माल खरीदा था। जिसमें एसी, एलईडी, माइक्रोवेव, जूसर मिक्सर, पेपर के बंडल, चाय की बोरियां, गद्दे और हीयरिंग मशीनें शामिल हैं। इस बीच इन लोगों ने चालीस लाख का पैमेंट चैक से किया। जिसके लिए दो दिन बाद पैमेंट आने की बात कही।

ऑफिस वालों की कर दी थी छुट्टी

इस दौरान इन सभी फ्रॉड ने नौ जुलाई को ऑफिस वाले सभी कर्मचारियों की छुट्टी कर दी थी। ऑफिस बंद था और उधर व्यापरियों का चैक बाउंस हो चुका था। इसके लिए पूनम शाहनी से व्यापारियों ने संपर्क किया तो इनके बारे में कुछ जानकारी नही मिल पाई। ऑफिस में काम करने वाले लोगों ने भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी का फोन नहीं लग पाया। इसके बाद जब ऑफिस खोलकर देखा गया तो वहां से सबकुछ गायब था। कंप्यूटर सहित सबकुछ ले जा चुके थे।

खुल गया खेल

इस मामले में रामबाटिका शिवाजी रोड थाना सिविल लाइन एरिया के रहने वाले व्यापारी एनएन मित्तल ने रेलवे रोड थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसको लेकर पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू की और कुछ मेंबर तक पहुंच गई। पुलिस ने दिल्ली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से करीब एक करोड़ रुपए का माल बरामद हुआ। पकड़े गए आरोपियों में दिल्ली पटेल नगर का ऋषि वर्मा उर्फ अमन, मिर्जापुर आवास विकास कॉलोनी का गौरव उर्फ सतीश पाल और लोनी रोड शाहदरा दिल्ली का विकास शामिल हैं।

यह हुआ बरामद

पकड़े गए इन बदमाशों के पास से हिटैची पैनासोनिक कंपनी के भ्क् एसी, पैनासोनिक कंपनी के ब्म् एलईडी, फ् माइक्रोवेव, 7 जूसर मिक्सर, स्पार्क फोटो पेपर 8क्9 पेटी, भ्7 चार की बोरी, क्7ख् गोदरेज के गद्दे और क्भ्00 हीयरिंग मशीनें बरामद की गई। जिनकी कीमत करीब एक करोड़ बताई गई है। इस सामान को ये लोग दिल्ली में बेचने जा रहे थे। इससे पहले इसका सौदा करते इनको पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर धर लिया। जिसके चलते इनके पास से फ्रॉड करके ले जाया गया माल बरामद कर लिया और बाकी की तलाश जारी है।

कंपनी का सीन

पकड़े गए ऋषि वर्मा उर्फ अमन कुमार व गौरव रस्तोगी उर्फ सतीशपाल का कहना है कि सॉस ग्रुप का पंजीकरण इनके लीडर राकेश उर्फ इकबाल ने लखनऊ में कराया था। जिसका डायरेक्टर फैजान अहमद उर्फ शहनवाज और अध्यक्ष अतुल मिश्रा हैं। सॉस के लेनदेन के लिए चैक पर साइन अतुल मिश्रा करता है। ऋषि वर्मा के अनुसार वह स्टूडेंट्स काउंसलिंग का काम करता है। उसको इन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को काउंसलिंग के लिए रखा था। इस दौरान इसकी मुलाकात गौरव रस्तोगी उर्फ सतीशपाल से हुई। गौरव पहले से ही राकेश उर्फ इकबाल व राहुल उर्फ मेंहदी हसन को जानता था।

बना डाली कंपनी

ऋषि के मुताबिक इकबाल व मेहंदीहसन से मिलने के बाद उसको कई और सख्स मिले। फिर इन लोगों ने मिलकर सॉस ग्रुप के नाम से संस्था रजिस्टर्ड कराई। जिसकी शाखा देवपुरी में खोलकर संचालन राहुल उर्फ मेंहदीहसन व गौरव उर्फ सतीशपाल करने लगे। माल की खरदी-फरोख्त करके माल गोदाम तक पहुंचाने लगे। गौरव चाबी अपने पास रखता था। इसके बाद दिल्ली के गोदाम में यहां से खरीदा गया माल रखा गया। काफी सामान बेचने के लिए इकबाल व मेंहदी हसन ने लखनऊ मंगा लिया।

सभी ग्रेजूएट हैं

पुलिस के अनुसार ऋषि वर्मा उर्फ अमन, गौरव उर्फ सतीश पाल और विकास तीनों ग्रेजूएट हैं। वहीं फरार आरोपियों में लखनऊ का सरगना राकेश उर्फ इकबाल, फैजान अहमद उर्फ शहनवाज, राहुल उर्फ मेंहदी हसन और अतुल मिश्रा हैं। जिनकी तलाश में पुलिस लगी है। मौके पर पहुंचे व्यापारियों ने अपने साथ घटी घटना का ब्यौरा दिया। वहीं आरोपियों से जब पूछा गया कि उन लोगों ने कौन सी फिल्म देखकर इसका आइडिया लिया था तो वे स्पेशल ख्म् की ओर इशारा करते नजर आए।