- केस्को ने सिटी के ज्यादातर मोहल्लों में 24 घंटे पॉवर सप्लाई की रिपोर्ट लखनऊ भेजी

-आंकड़ेबाजी की हद पार करते हुए इंडस्ट्रियल एरिया से ज्यादा सप्लाई सिटी में दिखाई

- शहर में आए दिन फॉल्ट, शटडाउन ब्रेकडाउन से घंटों ठप रहते हैं सबस्टेशन, पानी तक को पड़ता है तरसना

KANPUR: यूपीपीसीएल के चेयरमैन की मोहल्लों में 24 घंटे पॉवर सप्लाई की चेतावनी का असर भले ही सिटी में न दिखाई पड़ रहा हो। एक साथ 2-2 सबस्टेशन 7-7 घंटे तक ठप रहने से लाखों लोगों को बिजली के साथ पानी संकट से भी जूझना पड़ रहा है। 28-28 घंटे बाद भी डैमेज ट्रांसफॉर्मर नहीं बदले जा रहे हैं, लेकिन केस्को की कागजी आंकड़ेबाजी में चेयरमैन के सख्त रवैये का असर नजर आने लगा है। क्योंकि केस्को के आंकड़ों के मुताबिक, सिटी के ज्यादातर मोहल्लों (फीडर) में 24-24 घंटे पॉवर सप्लाई हो रही है। फीडर ट्रिप तक नहीं हो रहे है। आंकड़ों में किस तरह जादूगरी की गई है, इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि सिटी की एवरेज पॉवर सप्लाई इंडस्ट्रियल एरिया से भी अधिक हो रही है। यकीन न हो यूपीपीसीएल को भेजी जा रही केस्को की रिपोर्ट देख लीजिए।

यूपीपीसीएल चेयरमैन का खौफ

दिसंबर में आईआईटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए यूपीपीसीएल के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने केस्को अफसरों से दो टूक कहा था कि कानपुर को 24 घंटे बिजली दी जा रही है तो यह घरों तक भी पहुंचनी चाहिए। उन्होंने फीडरवाइज सप्लाई का डाटा भी मांगा था। इसके बाद केस्को मुख्यालय के अफसरों ने सिटी के सभी 446 फीडर की रिपोर्ट सबस्टेशनों से रोजाना लेना शुरू कर दिया। इससे डिस्ट्रिब्यूशन में जुड़े इम्प्लाइज में अफरातफरी मच गई। कार्रवाई से बचने के लिए उन्होंने अधिक से अधिक पॉवर सप्लाई दिखाने के लिए आंकड़ेबाजी शुरू कर दी। 24 घंटे मोहल्लों को बिजली दिए जाने की रिपोर्ट देने के लिए फॉल्ट, ब्रेकडाउन की जानकारी केस्को कन्ट्रोल रूम और कॉल सेंटर तक से छिपानी शुरू कर दी। कई-कई दिन तो सिटी के ज्यादातर फीडर की एवरेज पॉवर सप्लाई 24-24 घंटे तक दिखाई जा रही है। हद तो ये है कि जनवरी में कई दिनों तो रोस्टरिंग फ्री रहे इंडस्ट्रियल एरिया से ज्यादा पॉवर सप्लाई सिटी में करने की रिपोर्ट भेजी गई है।

रोज का वही हाल

ये सही है कि लंबे समय से पॉवर रोस्टरिंग न होने और सर्दी की वजह से पॉवर की डिमांड काफी कम है। फॉल्ट, ब्रेकडाउन भी कम हो रहे हैं। गर्मियों से बेहतर बिजली मिल रही है। बावजूद इसके वेडनेसडे को 7-7 घंटे तक दो सबस्टेशन सहित चार सबस्टेशन बन्द रहे। यह हाल केवल वेडनेसडे का नहीं है। लगभग रोज सबस्टेशन ठप, लाइन टूटने, जम्फर उड़ने के कारण घंटाें बिजली गुल रहती है।

28 घंटे बाद भी नहीं बदला ट्रांसफॉर्मर

जनवरी में अब तक 21 डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफॉर्मर जल चुके हैं। डैमेज ट्रांसफॉर्मर बदलने का हाल ये है कि बुधवार शाम 4 बजे डैमेज हुआ मालरोड सबस्टेशन के रोटी वाली गली का ट्रांसफॉर्मर थर्सडे की रात 8 बजे तक नहीं बदला गया। सैकड़ों लोगों को बिजली के साथ पानी संकट से जूझना पड़ा।

एवरेज पॉवर सप्लाई

डेट-- सिटी- इंडस्ट्रियल एरिया

18 जनवरी- 23.36 घंटे-- 23.53 घंटे

17 जनवरी- 23.49 घंटे-- 23.57 घंटे

16 जनवरी- 23.53 घंटे-- 23.57 घंटे

15 जनवरी- 23.52 घंटे-- 23.48 घंटे

14 जनवरी- 23.49 घंटे-- 23.57 घंटे

13 जनवरी- 23.36 घंटे-- 23.56 घंटे

12 जनवरी- 23.46 घंटे-- 23.49 घंटे

11 जनवरी- 23.43 घंटे-- 23.57 घंटे

5 जनवरी- 23.29 घंटे- 23.29 घंटे

4 जनवरी- 23.03 घंटे- 22.46 घंटे

2 जनवरी- 23.26 घंटे-- 23.25 घंटे

1 जनवरी- 23.47 घंटे-- 23.29 घंटे

जनवरी में जले ट्रांसफॉर्मर- 21

18 जनवरी को ठप रहे सबस्टेशन

आरबीआई- 1.10 घंटा

खासबाजार- 7.25 घंटा

सरसैयाघाट- 1.45 घंटा

आईआईटी- 30 मिनट

मोहल्ले- बिजली संकट

एक्सप्रेस रोड, पानी टंकी- 25 मिनट

नया चौक, नई सड़क- 2.0 घंटे

रतनलाल नगर जैना पैलेस- 6.30 घंटे

नारायणपुरी, राजेन्द्र नगर-1.45 घंटे

योगेन्द्र विहार, बख्तौरीपुरवा- 1.45 घंटे

सर्वोदय नगर, राजापुरवा- 25 मिनट

(डेटा केस्को के मुताबिक है, हकीकत तो और भी जुदा है)