-तड़के माता-पिता और वकील के साथ पहुंची थाने

-दिल्ली से हाजिरी लगाने के लिए थाने आई, करीब 20 मिनट रुकी

-मुकदमे में सुनवाई आज, हो सकता है चार्ज फ्रेम

KANPUR :

ज्योति हत्याकांड में जेल से रिहा हुई हत्यारोपी पीयूष की माशूका मनीषा मखीजा शुक्रवार को स्वरूपनगर थाने में हाजिरी लगाने पहुंची। इस दौरान वकील, परिजन और रिश्तेदार उसके साथ मौजूद थे। वो तड़के ही थाने पहुंच गई थी, ताकि कोई उसको देख न पाए। वो थाने में हाजिरी दर्ज कर आनन फानन में वहां से ि1नकल गई।

हर महीने लगानी है हाजिरी

हत्यारोपी मनीषा 328 दिन बाद जेल से रिहा हुई थी। उसको हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दी है। जिसके तहत उसको हर महीने के पहले हफ्ते में संबंधित थाने में हाजिरी लगानी है। अगर वो इस शर्त का पालन नहीं करती है तो थानेदार जिला कोर्ट को अवगत कराएंगे। जिस पर उसकी जमानत खारिज हो सकती है। हाईकोर्ट की इसी शर्त का पालन करने के लिए वो थाने पहुंची थी।

ग्रेटर कैलाश में रह रही है मनीषा

ज्योति हत्याकांड जैसे जघन्य अपराध में मनीषा के आरोपी होने से कई सामाजिक संगठन उसका बहिष्कार कर चुके हैं। इन संगठनों ने घोषणा की है कि अगर मनीषा किसी पार्टी में शामिल होगी तो वे उस पार्टी में शामिल नहीं होंगे। इस विरोध को देखते हुए मनीषा जेल से छूटते ही अगले दिन दिल्ली शिफ्ट हो गई थी। वो वहां पर ग्रेटर कैलाश में रह रही है। सोर्सेज के मुताबिक वो शनिवार को कोर्ट में सुनवाई के बाद दिल्ली लौट जाएगी।

माता-पिता के साथ पहुंची

हत्यारोपी मनीषा इनोवा कार से थाने पहुंची थी। उसके साथ माता-पिता और वकील व अन्य रिश्तेदार थे। वो व्हाइट कलर की कुर्ती और जींस पहने थे। उसको करीब 20 मिनट थाने में रुकना पड़ा। इस दौरान इंस्पेक्टर कमल यादव की मौजूदगी में उसने थाने में हाजिरी दर्ज कराई। मनीषा गुमसुम नजर आ रही थी। वो बार-बार वकील से कार्रवाई जल्दी पूरी कराने के लिए कह रही थी।

आज हो सकता है चार्ज फ्रेम

जिलाजज कोर्ट में ज्योति हत्याकांड केस की सुनवाई चल रही है। एडवोकेट दामोदर मिश्रा के मुताबिक शनिवार को आरोप (चार्ज) पर बहस होनी है। उन्होंने अपनी दलील तैयार कर ली है। वो हत्यारोपी पीयूष, उसकी माशूका मनीषा समेत अन्य आरोपियों पर चार्ज फ्रेम किए जाने की अपील करेंगे। वहीं, सोर्सेज के मुताबिक बचाव पक्ष चार्ज फ्रेम न होने की कोशिश करेगा, ताकि उनको पैरवी के लिए और टाइम मिल जाए।