समस्तीपुर में की गई हत्या

शिमरा जानीपुर के बिट्टू कुमार की गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ था, पर कुछ दिनों बाद पुलिस ने खुलासा किया कि उसकी हत्या समस्तीपुर में कर दी गई थी। संजय राउत को इस मामले में गिरफ्तार किया गया और उसने ही सारा मामला खोला

चौपारण में मिली थी डेडबॉडी

दीघा में स्कूल के प्रिंसिपल कृष्णनंदन शर्मा की किडनैपिंग का मामला दर्ज हुआ। कृष्णनंदन की लाश चौपारण में मिली। किडनैपिंग के दिन ही उनकी हत्या कर दी गई। रितेश नाम के लड़के की गिरफ्तारी के बाद सारा राज खुला और तस्वीर से पहचान की गई।

खगडि़या में मार दिया गया

महेन्द्रू पटना के बिजनेसमैन सुमन कुमार हत्या खगडि़या में कर दी गई। सुमन को किडनैप किया गया था घरवाले और पुलिस तलाश में लगी थी, मगर उनकी लाश 21 नवम्बर को खगडि़या में मिली। वहीं उनका ननिहाल है। मामला जमीन विवाद से जुड़ा था।

-लाश को बाहर ही लगाया जा रहा ठिकाने, बाद में खुलती है पोल

-कई मामलों में तस्वीरें देखकर हुई है पहचान, राजधानी में एक्टिव हैं ऐसे गिरोह

PATNA : पटना में कई ऐसी वारदातें सामने आई हैं, जिसमें किडनैपिंग के बाद बाहर ले जाकर हत्या कर दी गई है। पुलिस को मामले के इंवेस्टिगेशन के दौरान पता चलता है। शातिर अपराधी तबतक अपना काम कर चुके होते हैं। कई तरह के विवाद भी हत्या के कारण बन रहे हैं। कुछ मामलों में तो सुपारी तक देकर हत्या करवाई जा रही है। पुलिस ऐसे केस में लोगों की जान नहीं बचा पाती। मामले का खुलासा तो जरूर हो जाता है, पर घरवालों को निराशा ही हाथ लगती है।

लूटपाट का इरादा ले रहा जान

लूटपाट करने वाले गिरोह खासकर ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। विट्टू की हत्या उसकी स्कार्पियो लूटने के लिए की गई। वह स्कार्पियो के साथ ही लापता था। लाश तो मिली मगर स्कार्पियो का पता नहीं चला। गिरफ्तार संजय ने पुलिस को बताया कि कई और लोग इस कांड को अंजाम देने में शामिल थे, जिसमें उसका मामा भी था। स्कॉर्पियो बेचकर उसे पैसा पहुंचाना था, मगर उसे भी रुपए नहीं दिए गए।

एक और वारदात, मगर बच गया

कुछ दिनों पहले ही मीठापुर बस स्टैंड से ऑटो चालक सुभाष को किडनैप किया गया। वह किसी तरह बचकर तो निकल गया, लेकिन जिस गिरोह ने उसे अगवा किया, उसने उसकी ऑटो लूट ली। उसे प्रसाद के बहाने नशे वाली चीज खिला दी गई। वह हाजीपुर से किसी तरह उनकी चंगुल से निकलकर पटना पहुंचा था। हालांकि पुलिस ने दावा किया था कि उसने ही सुभाष को बरामद किया था। मतलब यह कि पटना में इस तरह के गिरोह भी एक्टिव हैं, जो गाडि़यों के साथ ही प्लान कर किडनैप करते हैं और गाडि़यों की लूटपाट कर हत्या कर देते हैं।