- शुभ मुहुर्त में ही करे होलिका का दहन

- होली के लिए हर्बल कलर और गुलाल की कई वैराइटी मार्केट में

- शांतिपूर्ण तैयार के लिए प्रशासन ने कसी कमर

LUCKNOW: जोगी जी सारे रा, लेट्स प्ले होली, बलम पिचकारी इन गानों से होली का शुरूर चढ़ना शुरू हो गया। रंग, गुलाल, पिचकारी, गुझिया और नमकीन, पापड़, चिप्स के स्वाद ने कई रंग को और गाढ़ा कर दिया। मार्केट सज गई और पूरी हो गई तैयारी। बस थर्सडे को होलिका दहन के साथ पूरा शहर डूब जाएगा रंगों के सराबोर में। इस मस्ती के आलम में हमें कुछ सावधानियां भी रखनी है। क्यों कि मस्ती की हम पर भारी न पड़ जाए। इसलिए मामूली सी सावधानी बरते और त्योहार होगा खुशनुमा।

हर्बल रंगों से ही खेलें होली

होली रंगों का त्योहार है, इस त्योहार को बदनाम और बेदाग न करें। होली खेलने के लिए सिर्फ हर्बल रंगों का यूज करें। मार्केट में कई वैरायटी और क्लालिटी के हर्बल रंग उपलब्ध है। जिसमें तोता, स्मोक कलर, कलर कैप्सूल, श्री गणेश और कई ब्रांडेड कंपनी के रंग, हर्बल गुलाल उपलब्ध है। सबसे खास बात यह है कि इस बार मार्केट में कई अलग-अलग कलर की ढेरों वैरायटी है जिन्हें यूज कर स्वास्थ्य होली का मनोरंजन कर सकते है।

होली खेलने में रहे सतर्क

केजीएमयू के डॉ। सूर्यकांत ने बताया कि होली में केमिकल रंगों से सम्भल कर रहने की जरूरत है। ये रंग खुजली, कांटेक्ट टर्मेटाइटिस, आंखों में ड्राइनेस, अस्थमा, एलर्जी जैसी समस्याएं कर सकते हैं। अगर रंगों से स्किन या आंखों में कोई दिक्कत हो रही है तो तुरंत साफ पानी से धोएं। नेचुरल कलर्स का ही प्रयोग करें।

ऑयली और मसालेदार से बचे

होली के दौरान अधिक खाने और आयली मसालेदार खाने से समस्या हो सकती है। एसिडटी, अपच और गैस्ट्रोइंट्राइटिस व उल्टी दस्त की समस्या हो सकती है। ऐसे में खाते समय सेहत का ध्यान रखें। कोशिश करें कि हल्के और सुपाच्य खाने का सेवन करें। तेलीय, तीखी, गरिष्ठ और मसालेदार चीजों के सेवन से बचें। इस समय बाजार में मिलने वाली ज्यादातर चीजों में मिलावट की आशंका है इसलिए मार्केट में खाने से बचें।

ऐसे बचें रंगों से-

क्। नेचुरल कलर्स का ही प्रयोग करें।

ख्। होली खेलने से पहले अपने बालों में अच्छी तरह से तेल लगाएं।

फ्। शरीर को ठीक से ढक कर ही होली खेलें।

ब्। पूरे शरीर की स्किन पर अच्छी क्वालिटी की क्रीम या तेल लगाएं।

भ्। त्वचा में कहीं जलन महसूस हो, तो तुरंत साफ पानी से धोएं।

म्। यदि स्किन पर रेडनेस या सूजन हो तो धूप में जाने से बचें।

7. होली खेलने के बाद जल्द से जल्द स्किन और बालों का रंग धोना जरूरी हे।

8. साबुन लगाकर स्किन को जोर से न रगड़े।

9. प्राकृतिक उबटन और कच्चे दूध की सहायता से रंग को निकाले। बाद में साबुन या शैम्पू से धोएं।

क्0. मौसम के करवट लेने के चलते ज्यादा देर तक पानी में होली न खेले

क्क्। भींगे हुए कपड़े ज्यादा देर तक न पहने रहे

क्ख्। आंख को चश्मा लगाकर जरूर ढके

क्या रखे रंग खेलते समय सावधानियां

- शालीनता से रंगे खेल, रोड पर दौड़-भाग और हुड़दंग से बच

- त्योहार के मद्देनजर खासतौर से बाइक पर ट्रिपलिंग न करें

- होली के त्योहार पर राइडिंग से बचे, लीकर के साथ ड्राइविंग न करें।

- रोड पर चल रहे लोगों को जबरन रंग लगाने का प्रयास न करें।

- पानी से भरे गुब्बारे या कीचड़ का यूज न करें।

क्या न करें होली के त्योहार पर

होली का त्योहार पर रंग में भंग न पड़े इसके लिए हर किसी को सावधानी बरतनी होगी। जैसे दिल के मरीज भांग या लीकर का यूज खास तौर से न करें, अधिक नशा होने पर ठंडे पानी से नहाए और नीबू का रस पानी में मिलाकर पीए। इसके अलावा बच्चों को गीले रंग खेलने से बचाए। होली में रंग खेलने के लिए गुलाल का यूज ज्यादा करें।

अस्पतालों में बेड आरक्षित

होली को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी पुख्ता तैयारी कर ली है। बलमरामपुर में ख्भ्, सिविल में फ्0 और डॉ। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में क्0 बेड रिजर्व किए गए हैं। आंख और हड्डी रोग विशेषज्ञों को इमरजेंसी में तैनात रहने के निर्देश भी दिए गए हैं। ट्रॉमा सेंटर में भी डिजास्टर मैनेजमेंट वार्ड को खोल दिया गया है। और डॉक्टर्स को इमरजेंसी में सतर्क रहने को कहा गया है।

जरूरत पड़ने पर करें कॉल

एम्बुलेंस- क्08, क्0ख्

ट्रॉमा सेंटर - 9ब्भ्फ्00ब्ख्09, ख्ख्भ्0ख्भ्

बलरामपुर - ख्म्ख्ब्0ब्0

सिविल - ख्ख्फ्9007

लोहिया - 87म्भ्म्7700क्

पुलिस डिपार्टमेंट - क्00, 0भ्ख्ख्-ख्म्ख्भ्98फ्, ख्म्ख्भ्98ब्

फायर ब्रिगेड- क्0क्

बिजली डिपार्टमेंट - 800भ्ब्88878, 9ब्क्भ्00भ्7म्भ्

(बसों की जानकारी के लिए)

रोडवेज - क्800क्80ख्877

चारबाग बस स्टेशन- 9ब्क्भ्0ब्97भ्0

शिकायत नंबर- 9ब्क्भ्0ब्9म्99