RANCHI : केस निपटारे को लेकर सिविल कोर्ट परिसर में गुरुवार की दोपहर अधिवक्ता व मुवक्किल के बीच जमकर मारपीट हुई। इस घटना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया। थाने में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया और लिखित शिकायत की। बाद में पुलिस ने दोनों को समझौता के लिए राजी कर दिया।

जान से मारने की धमकी

अधिवक्ता पक्ष से प्रीतांशु कुमार सिंह ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि गुरुवार की दोपहर करीब 1.15 बजे राजेंद्र गुप्ता व धीरेंद्र गुप्ता पहुंचे। दोनों ने उनसे दु‌र्व्यवहार किया और गालियां दी। अन्य अधिवक्ताओं के बीच-बचाव के बावजूद आरोपियों ने हाथ चलाया और जान से मारने की धमकी भी दी।

जमीन से जुड़ा है मामला

अधिवक्ता ने बताया कि राजेंद्र गुप्ता का हिनू मौजा में अवस्थित एक आदिवासी भूखंड का मामला उनके पास है। इस मामले में उन्होंने विधि सम्मत कार्रवाई की, लेकिन तकनीकी कारणों से निर्णय लंबित है। वकील ने बताया कि राजेंद्र गुप्ता अपने पक्ष में कार्रवाई का दबाव बनाते थे। नक्सलियों की धमकी भी देते थे। इसे वे गंभीरता से नहीं लेते थे। गुरुवार को आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की। साथी अधिवक्ताओं ने किसी तरह उन्हें बचाया और पुलिस को इसकी जानकारी दी।

चेक कर गया था बाउंस

इधर, राजेंद्र गुप्ता का कहना है कि अधिवक्ता ने रुपये वापस करने के एवज में जो चेक दिया था, वह बाउंस हो गया था। इसके बाद अधिवक्ता ने उन्हें कोर्ट परिसर में चेक देने के लिए बुलाया और कोर्ट में अधिवक्ता ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मारपीट की।