पहली पत्‍‌नी व तीन बच्चों के रहते ब्याह ले गया दुल्हन

AONLA : ढाई वर्ष पूर्व कोतवाली में कोतवाली व पुलिस स्टाफ की मौजूदगी में करायी गयी शादी में दूल्हा धोखेबाज निकला। यहां से विदा होकर ससुराल पहुंची विवाहिता के होश उस समय उड़ गये, जब ससुराल में उसका सामना दूल्हे की पहली पत्‍‌नी व तीन बच्चों से हुआ। मजबूरी में इसे भी भाग्य मानकर उसने समझौता कर लिया। अब उसी पति व ससुरालियों ने कार की मांग को लेकर उसे एक बच्चे सहित घर से निकाल दिया। इस आशय की शिकायत थाने में की गयी है।

आंवला के ग्राम चम्पतपुर की ज्ञानदेवी उर्फ चंचल पुत्री धर्मपाल को अपनी पुत्री का विवाह करना था, इस बाबत उन्हें गोरखपुर की तहसील गोला थाना बड़लागंज के ग्राम सीहा के डा। संजय कुमार की जानकारी हुई, डा। संजय ने उन्हें बताया कि उसके तीन बच्चे हैं तथा उसकी पत्‍‌नी की मृत्यु हो गयी है। बच्चों को पालने की समस्या है, इसलिए वह शादी करना चाहता है। उस समय गोरखपुर के निवासी श्यामरथी आर्य यहां पर कोतवाल थे, उनकी नुमाइंदगी में थाना परिसर में मंदिर में डा। संजय व ज्ञान देवी का विवाह सम्पन्न करा दिया गया। धर्मपाल ने शादी में एक लाख रुपये नकद व दान दहेज देकर बेटी को विदा किया। ससुराल पहुंचने पर उसे पहली पत्‍‌नी के जिन्दा होने की जानकारी हुई। ज्ञान देवी का कहना है, कि इसके बाद भी उसने वहां रहना स्वीकार कर लिया तथा रहती रही। गत ख्8 अगस्त को उसके पति डा। संजय कुमार, सास माधुरी व देवर अजयपाल व रितेश सिंह ने कार की मांग को लेकर उसे उसके एक बच्चे सहित घर से निकाल दिया। वह अपने मायके आ गयी, उसका आरोप है कि गत 8 सितम्बर को उसके ससुरालीजन उसके गांव आ गये तथा उसे मारा पीटा, कहा कि हमें कार चाहिए, वरना और कहीं शादी कर लो। इसकी तहरीर थाने में दी गयी है।

फोटो -क्भ्एओएलपी-ख् फाइल फोटो डा। संजय कुमार व ज्ञान देवी