- जम्मू कश्मीर के सुंजवां में शहीद हुए थे हवलदार राकेश चंद्र रतूड़ी

- मूल रूप से पौड़ी जिले के सांकरसैंण के थे निवासी

HARIDWAR: जम्मू कश्मीर के सुंजवां में आतंकी हमले में शहीद हुए हवलदार राकेश चंद्र रतूड़ी को खड़खड़ी घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद के 19 वर्षीय बेटे नितिन रतूड़ी और भाई रेवती नंदन रतूड़ी ने चिता को मुखाग्नि दी।

10 फरवरी को हुए थे शहीद

पौड़ी गढ़वाल जिले के गांव सांकरसैंण निवासी राकेश बिष्ट वर्ष 1996 में सेना में भर्ती हुए थे। इन दिनों वह छह महार रेजीमेंट में हवलदार के पद पर जम्मू कश्मीर के सुंजवां में तैनात थे। 10 फरवरी को सेना की ब्रिगेड पर फिदायीन हमला हुआ था। जिसमें राकेश चंद्र रतूड़ी भी शहीद हुए। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे देहरादून से उनकी शवयात्रा हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पहुंची। यहां पूरा श्मशान घाट पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा। शहीद राकेश अमर रहे और भारत माता के जयकारे गूंजते रहे और नम आंखों से जन सैलाब ने शहीद को विदाई दी।

शहीद को दी श्रद्धांजलि

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, ब्रिगेडियर एचएस जग्गी, कर्नल जेवी सिंह, कैप्टन राहुल ओझा, हरिद्वार के महापौर मनोज गर्ग, जिलाधिकारी दीपक रावत, एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसडीएम मनीष कुमार सिंह, सीओ सिटी प्रकाश देवली सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, रिश्तेदारों व आमजन ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।