RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर बुधवार को हंगामा जोन बना रहा। मारवाड़ी कॉलेज में कॉमर्स से ग्रेजुएशन कर रही छात्राओं ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर छात्राओं ने वीसी को भी घेरा। आखिरकार स्टूडेंट्स की बात सुनने के बाद वीसी ने समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। छात्राओं की मांगों के समर्थन में छात्र आजसू के सदस्य भी यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर में पहुंचे हुए थे। इनमें कुश कुमार, ओम वर्मा और शैवाल पॉल समेत कई सदस्य शामिल थे।

बेसिक फैसिलिटीज मिले

यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर में अपनी समस्याओं को लेकर हंगामा करने पहुंची मारवाड़ी कॉलेज के ग‌र्ल्स सेक्शन की छात्राओं ने कहा कि कॉलेज की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। यह कभी भी गिर सकती है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। कालेज में टीचर्स की कमी है। रेगुलर क्लासेज नहीं चलते हैं। अगर इन समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान उग्र छात्राओं ने करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा व प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, गुस्से में छात्राएं कांफ्रेंस हॉल में धरने पर भी बैठ गईं। वीसी डॉ रमेश पांडेय के निर्देश पर कॉलेज में सुविधाओं के लिए 11 लाख रूपये का चेक निर्गत कर दिया। इसके बाद छात्राओं ने आंदोलन वापस लिया।

टीचर्स को लगती है गर्मी

गुस्साए छात्राओं ने वीसी को बताया कि कॉलेज में रेगुलर क्लासेज नहीं चलती है। टीचर्स क्लास लेने आते हैं। 10 मिनट तक पढ़ाते हैं और फिर यह कहकर क्लास से निकल जाते हैं कि गर्मी लग रही है। ऐसे में हमारी पढ़ाई बाधित हो रही है। छात्राओं की बात सुनने के बाद प्रो वीसी डॉ एम रजीउद्दीन ने मारवाड़ी कॉलेज के वीमेंस सेक्शन के प्रिंसिपल को क्लास नहीं लेनेवाले टीचर्स को चिन्हित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। प्रिंसिपल डॉ सिंह ने इसपर कहा कि क्लासेज नहीं चलने के छात्राओं के आरोप में सच्चाई नहीं है। जो टीचर्स गायब रहते हैं, उनके वेतन निकासी पर रोक लगा दी गई है।

टीचर्स की नियुक्ति नहीं कर सकते

आरयू के डीएसडब्ल्यू डॉ एससी गुप्ता ने छात्राओं की समस्या सुनने के बाद कहा कि कॉलेज में टीचर्स की कमी हम दूर नहीं कर सकते हैं, क्योंकि टीचर्स रिक्रूटमेंट का अधिकार यूनिवर्सिटी के पास नहीं है। इतना ही नहीं कांट्रैक्ट पर भी हम टीचर्स बहाल नहीं कर सकते हैं। हमें सीमित संसाधनों में ही काम करना है। जहां तक बेसिक फैसिलिटीज की बात है, उसे जल्द से जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा।