BAREILLY

बरेली कॉलेज में मसाज सेंटर संचालकों ने घुसपैठ बना ली है, मसाज पार्लर में काम करने वाली लड़कियों को कॉलेज की फेक आईडी पर कैंपस में भेजते हैं, जहां वह सुंदर छात्राओं को रोजाना डेढ़ से दो हजार रुपए कमाई का लालच देकर बरगलाती भी हैं। इनके जाल में कई छात्राएं फंस भी चुकी हैं, जिसकी जानकारी होने के बाद कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन छात्राओं की काउंसलिंग कर रहा है.

 

फर्जी आईकार्ड के सहारे एंट्री

कॉलेज ओपन होने के साथ ही कैंपस में मसाज पार्लर में काम करने वाली लड़कियां फेक आईडी से एंट्री करती थीं। बरेली कॉलेज की चीफ प्रॉक्टर वंदना शर्मा ने कैंपस में बाहरी लोगों की एंट्री बैन करने के लिए सख्ती की तो, चेकिंग के दौरान कॉलेज के नाम से बने कई फेक आईडी कार्ड मिले। आईकार्ड किसी दूसरे स्टूडेंट का है जिस पर लड़कियों ने अपना फोटो चिपका लिया। जिसको गेट पर बैठे कर्मचारी पकड़ नहीं पाए और लड़कियां बिना किसी रोक टोक के आसानी से कॉलेज में एंट्री करती रहीं। इस दौरान इन लड़कियों ने कॉलेज की कई छात्राओं को अपने साथ जुड़कर पैसा कमाने का शॉर्टकट रास्ते के बारे में जानकारी दी है। इस संबध में कुछ छात्राओं ने अपने शिक्षकों से भी बात कही थी, लेकिन गंभीरता से न लेकर मजाक में बात को छोड़ दिया गया था.

 

फ‌र्स्ट ईयर की छात्राएं थीं टारगेट

कॉलेज में मसाज पार्लर के लिए काम करने वाली लड़कियां कॉलेज कैंपस में फ‌र्स्ट ईयर की छात्राओं को टारगेट करती थीं। इंटरमीडिएट पास करने के बाद कॉलेज में पहली बार एंट्री करने वाली इन छात्राओं को ये लोग आसानी से अपनी बातों में फंसा लेती थी। मसाज पार्लर संचालकों ने अपने गैंग की लड़कियों को खासतौर पर ट्रेंड किया है। जो फ‌र्स्ट ईयर क्लासेज में जाकर सुंदर लड़कियों को टारगेट करती हैं और उनसे पहले दोस्ती बढ़ाती हैं। धीरे-धीरे वह उनका मांइड पैसे कमाने की ओर डायवर्ट करती हैं और अपने प्लान के बारे में बताना शुरू कर देती हैं। उनका प्लान सुनकर कुछ लड़कियां रिस्पॉन्स करने लगी थीं, तो कुछ ने उनसे दूरी बना ली थी। मसाज पार्लर संचालक अपनी गैंग में कुछ लड़के भी जोड़ रखे हैं जो इन लड़कियों को प्रोटेक्ट करने के साथ उनके काम में सहयोग भी करते थे.

 

लिया जा रहा एक्शन

कॉलेज में मसाज पार्लर गैंग की सक्रियता का भांडा फूटने के बाद कॉलेज प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। कॉलेज में आने वाले सभी स्टूडेंट्स के आईकार्ड को बड़ी ही सर्तकता के साथ जांचा जा रहा है। जिसके बाद ही कॉलेज में एंट्री मिल पा रही है। खास तौर पर छात्राओं के आईकार्ड को चेक किया जा रहा है। यदि कोई छात्रा आईकार्ड दिखाने से मना कर रही है, तो उसे घर लौटाया जा रहा है.

 

कराई जा रही काउंसलिंग

मसाज पार्लर संचालकों के जाल में फंसी कुछ स्टूडेंट्स को चिह्नित कर बरेली कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन उनकी काउंसलिंग करा रहा है। इन छात्राओं की पहचान को गुप्त रखा गया है। इसकी जिम्मेदारी खुद चीफ प्राक्टर डॉ। वंदना शर्मा ने अपने ऊपर ली है और उन्हें पूरी तरह से सुरक्षित माहौल देने के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर बनाए हुए हैं।

 

रूटीन चेकिंग के दौरान कॉलेज में मसाज पार्लर गैंग के सक्रिय होने का मामला सामने आया है। जो छात्राएं गैंग के झांसे में आ गई थीं, उन्हें चिह्नित कर लिया गया है और उनकी काउंसलिंग करायी जा रही है।

डॉ। वंदना शर्मा, चीफ प्राक्टर, बरेली कॉलेज

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