- एलटीटी की 27 बैटरी समेत अन्य ट्रेनों से बैटरी चुराने वाला शातिर गैंग का सरगना साथियों सहित चढ़ा हत्थे

- लगातार आरपीएफ को चैंलेंज कर दे रहे थे वारदातों को अंजाम

GORAKHPUR : रेलवे के सामान पर हाथ साफ करने वाले शातिर गैंग को आखिरकार आरपीएफ की टीम ने पकड़ ही लिया। आरपीएफ को कई खुले चैलेंज देने के बाद थर्सडे को गिरोह का सरगना अपने साथियों के साथ पूर्वी यार्ड से रंगे हाथों पकड़ा गया। उनके पास से फ् अदद बैटरी बरामद की गई। असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर अनिरुद्ध चौधरी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रेलवे के सामान पर हाथ साफ करने वाले शातिरों के लिए स्पेशल टीम फॉर्म की गई थी। इसमें आरपीएफ प्रभारी नरेंद्र कुमार, आरपीएफ प्रभारी बस्ती राजेश कुमार, प्रभारी निरीक्षक सीआईबी अमरनाथ के साथ ही जगतनारायण मिश्र, सुरेंद्र राम त्रिपाठी, दिलीप सिंह, जेपी सिंह शामिल थे। यह टीम उनके नेतृत्व में फॉर्म की गई, जिन्हें थर्सडे को सफलता मिली। गिरफ्तार किए गए शातिरों के खिलाफ आरपीयूपी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

फिर दे रहे थे चैलेंज

बैटरी चोरी करने वाले इस गिरोह के मेंबर्स रेलवे के सामान उड़ाकर लगातार रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रहे थे। अपने गिरोह के मेंबर्स के पकड़े जाने के बाद भी उन्होंने एक दो नहीं बल्कि कई बार चोरी की कोशिश की, इसमें कई बार तो वह बैटरी चोरी कर फरार होने में कामयाब हुए, जबकि दो-तीन बार आरपीएफ की टीम को कामयाबी मिली। थर्सडे को एक बार फिर वह आरपीएफ को खुला चैलेंज देने के लिए पहुंचे और गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी यार्ड में खड़े कोच से बैटरी निकाल रहे थे। इस बीच वह तीन बैटरी निकाल भी चुके थे, लेकिन मुखबिर की सूचना पर आरपीएफ उन्हें रंगे हाथों पकड़ने में कामयाब रही।

पहले से अंदर थे कुछ शातिर

मुखबिरों और पकड़े गए चोरों से पूछताछ के आधार पर कमेटी मेंबर्स ने मगहर, खलीलाबाद के आसपास कई जगह छापेमारी की। लेकिन वहां उन्हें कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लग सकी। क्0 अप्रैल को आरपीएफ की टीम ने बैटरी चोर गिरोह के 8 मेंबर्स को पकड़ा था, लेकिन उस दौरान भी सरगना भाग निकलने में कामयाब रहा था। वहीं क्म् अप्रैल को फिर तीन शातिर रेलवे यार्ड से बैटरी निकालते धरे गए। इसके बाद भी उन चोरों में किसी तरह का खौफ देखने को नहीं मिला और 7 मई को एक बार फिर भ् चोर रेलवे का सामान चोरी करने के इरादे से आए, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। इस दौरान भी रेलवे ने एक को धरा, जबकि ब् भागने में कामयाब रहे।

यह है शातिर -

क्। खुर्शीद पुत्र तसीरुल हसन, निवासी चूड़ी फरोश, मगहर

ख्। चमन उर्फ नूर अली पुत्र रहमत अली निवासी दक्षिण दरवाजा, चाई टोला, पुरानी बस्ती, बस्ती

फ्। नौशाद उर्फ शमशाद अहमद, मुरली जोत, कोतवाली, बस्ती

ब्। चांद उर्फ नूर मोहम्मद, पुत्र स्व। मैसूर अली, निवासी दक्षिण दरवाजा, चाई टोला, पुरानी बस्ती, बस्ती