RANCHI: राज्य भर में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन मैट्रिक में होम साइंस और कॉमर्स की परीक्षा हुई। वहीं, इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों ने हिन्दी कोर व इंग्लिश की परीक्षा दी। रांची में एग्जाम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

हिन्दी पेपर में छाई नोटबंदी

हिन्दी कोर की परीक्षा में नोटबंदी से रिलेटेड सवाल पूछे गए। अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी के प्रभाव पर निबंध लिखने का भी ऑप्शन था। इसके अलावा प्रदूषण की समस्या, भारतीय लोकतंत्र, आतंकवाद पर भी निबंध के ऑप्शन थे। हिन्दी में पत्र लेखन, संपादक के नाम पत्र व अन्य सवाल पूछे गए थे।

अंधेरे में दी परीक्षा

गवर्नमेंट ग‌र्ल्स प्लस टू स्कूल बरियातू में छात्रों ने अंधेरे में इंटरमीडिएट का एग्जाम लिखा। एग्जामिनेशन हॉल में लाइट की व्यवस्था नहीं थी। जबकि परीक्षकों के लिए बने कंट्रोल रूम में बल्ब जल रहा था। इस परीक्षा केंद्र पर डीईओ ने निरीक्षण भी किया, लेकिन उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं दिखी। बाद में जब डीईओ के पास शिकायत गई तो उन्होंने स्थिति सुधारने और लाइट का बंदोबस्त कराने का आश्वासन दिया है।

मैट्रिक की परीक्षा

कुल परीक्षा केंद्र: क्क्09

कुल परीक्षार्थी:क्0भ्ब्

कुल उपस्थित परीक्षार्थी:क्0ब्म्

अनुपस्थित परीक्षार्थी: 8

इंटरमीडिएट की परीक्षा

कुल परीक्षा केंद्र: फ्7

कुल परीक्षार्थी आ‌र्ट्स: ख्ख्07क्

कुल उपस्थित परीक्षार्थी: ख्क्8ब्क्

अनुपस्थित: ख्फ्0

अगली परीक्षा कल

मैट्रिक में मैथमेटिक्स की परीक्षा होगी(समय 9.ब्भ् से दोपहर क् बजे तक)

इंटरमीडिएट(आईएससी-आईकॉम) (समय दोपहर ख् से शाम भ्.क्भ् बजे तक)

हिन्दी(ए, बी) व मातृभाषा की परीक्षा होगी

राज्भर में बनाए गए हैं क्फ्8भ् केंद्र

मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर राज्यभर में क्फ्8भ् केंद्र बनाए गए हैं। मैट्रिक की परीक्षा में ब् लाख म्म् हजार 7ब्म् स्टूडेंट्स और इंटर की परीक्षा में(आ‌र्ट्स, कॉमर्स व साइंस में) फ् लाख ख्म् हजार क्09 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।

क्या कहते हैं परीक्षार्थी

एग्जाम ठीक गया है। लग रहा था कि क्वेश्चन टफ होगा, लेकिन क्वेश्चन पेपर मिलने के बाद सारा डर खत्म हो गया।

स्वीटी, इंटरमीडिएट

क्वेश्चन पेपर आसान था। समय भी पूरा रहा। 80 से अधिक मा‌र्क्स आने चाहिए।

रानी, इंटरमीडिएट

क्वेश्चन ठीक थे। वैसे भी हिन्दी पेपर में कुछ वैसे सवाल होते हैं, जिसमें ज्यादा मा‌र्क्स आने की संभावना होती है।

विशाल कुमार, इंटरमीडिएट

एग्जाम तो ठीक गया है। अब मा‌र्क्स कितना मिलता है, यह तो रिजल्ट ही बताएगा।

अजय कुमार, इंटरमीडिएट

क्वेश्चन सिलेबस के अनुसार आया था। इसके पूर्व मॉडल क्वेश्चन पेपर से तैयारी भी की थी। इसका फायदा एग्जाम में हुआ।

बीतेश कुमार, इंटरमीडिएट