आईएमसी मुखिया नबीरे आला हजरत के कदम को बताया गलत

मुफ्तियों ने आला हजरत प्रमुख सब्हानी मियां के फैसले की हिमायत

>BAREILLY: आईएमसी मुखिया नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां के देवबंद के मरकज दारूल उलूम जाने पर आला हजरत दरगाह के प्रमुख सुब्हानी मियां के बायकाट करने के फैसले का दुनियाभर के बरेलवी मुफ्तियों ने भी हिमायत की है। मुफ्तियों ने साफ किया कि तौकीर रजा ऐलानिया तौबा नहीं मांगते तो उनका सामाजिक बायकाट किया जाएगा। वहीं आईएमसी का इस मसले पर कहना है कि तौकीर रजा का देवबंद जाना दुनियावी मसले के तहत था। इसे शरई मसले से न जोड़ा जाए।

जारी हुआ बायकाट का फरमान

मालूम हो कि पिछले दिनों आईएमसी प्रमुख व नबीरे आला हजरत तौकीर रजा खां देवबंद मरकज दारूल उलूम गए थे। इसके बाद आला हजरत दरगाह प्रमुख सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां ने मंडे को प्रेस नोट के जरिए बयान जारी करते हुए कहा था कि अल्लाह और उसके रसूल की शान में गुस्ताखी करने वाले फिरका इस्लाम से खारिज है। इसलिए देवबंदी, वहाबी के साथ उठना, बैठना, खाना-पीना, हाथ मिलाना, गले मिलना, मेलजोल रखना शरीयत के खिलाफ है। इसलिए तौकीर रजा का उनके साथ उठना बैठना गलत है।

हमारे मरकज के जिम्मेदार शख्सियतों ने मौलाना तौकीर रजा के सिलसिले में जो शरई फैसला किया है। हम उसकी ताईद (हिमायत) करते हैं।

सलीम नूरी,

सुब्हानी मियां ने मौलौना तौकीर रजा से जो तौबा की मांग की है। तौकीर रजा खां इस पर जल्द से जल्द अमल करें।

मुफ्ती जमील खां

मौलाना तौकीर रजा ऐसा काम किया है जिससे हमारे बुजुर्गो की रूहों को तकलीफ पहुंची है। शरीयते मोहम्मदिया की रौशनी में वह माफी मांगे।

शोएब, नायब मुफ्ती मरकजी दारूल इस्टा

मौलाना तौकीर रजा की वजह से मरकजे अहले सुन्नत की इज्जत दांव पर लगी है। बरेलवी मुसलमान उन्हें तौबा करने के लिए दबाव बनाएं।

मुफ्ती अरशद, साउथ अफ्रीका

मौलाना तौकीर राज ने अकीदे से कोई समझौता नहीं किया है। वह देवबंद दुनियावी मसले के तहत गए थे। उन्होंने शरीयत के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।

मुनीर इदरीसी, मीडिया प्रभारी आईएमसी