ओवरलोडेड मैक्स गिरी खाई में, 5 की मौत 17 घायल

- कालसी के नागथात-रामपुर से बारात लकर वापस लौट रही थी मैक्स

- जौनसार-बावर में 10 दिनों के भीतर दूसरा बड़ा हादसा

DEHRADUN: दून के कालसी इलाके में ओवरलोडिंग फिर जानलेवा साबित हुई है। इस बार ख्ख् बारातियों से भरी क्0 सीटर मैक्स खाई में जा गिरी। इस हादसे में भ् बारातियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि क्7 बाराती घायल बताए जा रहे हैं। इस हादसे से ठीक दस दिन पहले विकासनगर से त्यूणी जा रही एक बस उत्तराखंड-हिमाचल बॉर्डर पर गुम्मा के पास खाई में जा गिरी थी, जिसमें ब्भ् लोगों की मौत हो गई थी। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था कि जौनसार-बावर में किस तरह प्राइवेट वाहन कैपेसिटी से दोगुने तक यात्रियों को ढोते हैं।

चंद कदम ही चली थी मैक्स

जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे कालसी तहसील क्षेत्र के नागथात-रामपुर से बारात लेकर ड्यिूडीलानी के लोहारी गांव लौट रही बारातियों से भरी मैक्स नागथात से कुछ ही दूरी पर खाई में जा गिरी। हादसे में भ् मैक्स सवारों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इधर वाहन में सवार क्7 लोग घायल बताए जा रहे हैं। कालसी पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने घायलों को खाई से बाहर निकाल लिया था और उन्हें नजदीकी लेहमन हॉस्पिटल पहुंचाया। आधा दर्जन घायलों को लेहमन हॉस्पिटल से गंभीर हालत में हायर सेंटर दून हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। इधर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों का पंचनामा भर शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।

ओवरलोडेड थी मैक्स

खाई में गिरी मैक्स ओवरलोडेड थी। मैक्स वाहन में ड्राइवर सहित अधिकतम क्0 लोग सवारी कर सकते हैं, लेकिन हादसे की शिकार हुई मैक्स में ख्ख् बाराती सवार थे।

सीएम ने की मुआवजे की घोषणा

हादसे को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुख जताया है। उनके द्वारा मृतकों के परिजनों को क्-क् लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की घोषणा की गई है। इधर गंभीर रूप से घायलों को भ्0-भ्0 हजार रुपए और घायलों को ख्भ्-ख्भ् हजार रुपए मुआवजे के रूप में देने की घोषणा की है।

कब तक जान गंवाएंगे लोग

दून में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर की बात करें तो यहां रैश ड्राइविंग को हादसों की सबसे बड़ी वजह माना जाता है, तो दून से सटे ग्रामीण इलाकों में सर्पीली सड़कों पर रफ्तार भरते अनफिट और ओवरलोडेड वाहन हादसों की बड़ी वजह रहे हैं। शहर में पुलिस और परिवहन विभाग हादसों पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाती भी है लेकिन ग्रामीण इलाकों में नियम विरुद्ध चल रहे वाहनों पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं।

जौनसार-बावर

9 साल में कितनों ने गंवाई जान

साल मौत

ख्009 क्0

ख्0क्क् ख्म्

ख्0क्ख् म्भ्

ख्0क्ब् फ्क्

ख्0क्भ् ख्क्

ख्0क्म् क्9

ख्0क्7 (अब तक) भ्0

देहरादून

ब् साल में कितने हादसे

सन हादसे मौत घायल

ख्0क्ब् ख्9भ् क्फ्9 ख्ख्0

ख्0क्भ् फ्ब्फ् क्ब्फ् फ्0फ्

ख्0क्म् फ्क्ब् क्ब्म् ख्8भ्

ख्0क्7 (क्0 अप्रैल तक) 7ख् फ्भ् ब्8