-शासन के पूछने पर बरेली पुलिस ने भेजी रिपोर्ट,

-मेयर को लगातार मिल रही हैं जान से मारने की धमकी

BAREILLY: मेयर डॉ। उमेश गौतम को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। कभी ईमेल से तो कभी खत के जरिए धमकी मिली है। इसी को देखते हुए शासन ने बरेली पुलिस ने मेयर के मामले की पूरी रिपोर्ट बरेली पुलिस से मांगी थी। इसके तहत जेड सिक्योरिटी देने के बारे में भी पूछा गया था। शासन के पूछने पर बरेली पुलिस ने पूरी रिपोर्ट भेज दी है। इस रिपोर्ट में पुलिस ने जेड सिक्योरिटी देने को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई है। अब शासन को डिसीजन लेना है कि मेयर को जेड सिक्योरिटी दी जाएगी या नहीं। वहीं बताया जा रहा है कि मेयर शासन स्तर पर सिक्योरिटी को लेकर लगातार पैरवी कर रहे हैं।

अतिक्रमण अभियान को लेकर धमकी

बता दें कि मेयर उमेश गौतम ने शहर में अतिक्रमण को लेकर बड़ा अभियान चला रखा है। इस अभियान के तहत किसी को भी नहीं बख्शा जा रहा है। चाहें नेता हो या कोई बड़ा व्यापारी सभी का अतिक्रमण ध्वस्त किया जा रहा है। इसी अतिक्रमण की जद में एक विशेष समुदाय के लोग भी आ रहे हैं। अतिक्रमण अभियान रोकने को लेकर ही मेयर को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है और उनकी हत्या की सुपारी भी दी गई है।

दो बार धमकी लेकिन खुलासा नहीं

9 जनवरी 2018 को मेयर को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी। धमकी देने वाले ने खुद को अल्ला रक्खा बताया था। मामले की शिकायत एसएसपी से की गई थी, जिसके बाद कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी। हालांकि अभी तक क्राइम ब्रांच यह नहीं पता लगा पायी है कि धमकी भरा मेल किसने किया था। मेल स्विट्जरलैंड से आया था। कुछ दिनों पहले ही सीबीआई इंटरपोल की ओर से बरेली पुलिस को मेल के बारे में जानकारी लेने के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क करने के लिए कहा गया है। दो महीने बाद 20 मार्च को फिर से मेयर को खत के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी। जिसमें उनकी हत्या की किला के हिस्ट्रीशीटर व बदमाशों ने सुपारी दी है, हालंाकि पुलिस अभी तक इसका खुलासा नहीं कर सकी है।

पुलिस को नहीं काेई आपत्ति

मेयर को जब पहली बार जान से मारने की धमकी दी गई थी तो उन्हें दो गनर सिक्योरिटी के तौर पर दिए गए थे। इस मामले को शासन ने गंभीरता से लिया था। उसके बाद दोबारा धमकी मिली तो शासन ने बरेली प्रशासन से मेयर को धमकी को लेकर पूरी रिपोर्ट मांगी, ताकि उन्हें सिक्योरिटी दी जा सके। शासन के निर्देश पर बरेली पुलिस खुफिया रिपोर्ट लेकर पूरी रिपोर्ट भेजी है। इसके तहत जेड की सिक्योरिटी मिलने पर भी किसी प्रकार की आपत्ति नहीं की गई है।

क्या है जेड िसक्योरिटी

देश में एक्स, वाई, जेड और जेड प्लस लेवल की सिक्योरिटी दी जाती है। जेड और जेड प्लस श्रेणी में एनएसजी कमांडो भी तैनात किए जाते हैं। जेड श्रेणी के तहत 4 या 5 नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के कमांडो समेत 22 जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है। वहीं जेड प्लस में 10 एनएसजी कमांडो समेत 36 जवान, वाई श्रेणी के तहत 1 या 2 कमांडो व पुलिस कर्मियों समेत 11 जवान और एक्स कैटेगरी में कोई कमांडो नहीं होता है, सिर्फ आ‌र्म्ड फोर्स के जवान तैनात किए जाते हैं।

मेयर को धमकी देने वालों का पता लगाया जा रहा है। शासन से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसके तहत रिपोर्ट भेजी गई है। जेड कैटेगरी की सिक्योरिटी यदि दी जाएगी तो बरेली पुलिस को कोई आपत्ति नहीं है।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी