- संदिग्ध परिस्थितियों में युवती की गोली लगने से मौत, परिजनों का कहना सुसाइड

- दो गोली सिर में और तीन गोली सीने और पेट पर लगी हैं

- पुलिस और पड़ोसियों से भी छिपाई परिजनों ने मौत की सूचना

LUCKNOW :

पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के एल्डिको उद्यान 2 में रहने वाले एक युवती संदिग्ध हालात में गोली लगने से घायल हो गई। युवती एमबीए करने के बाद सिविल सर्विस की तैयार कर रही थी। परिजनों ने उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजन युवती के आत्महत्या की बात कह रहे हैं जबकि परिस्थितियां हत्या का कहानी गढ़ रही हैं। उधर, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। युवती को पांच गोलियां लगी हैं पुलिस ने युवती के पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर को जांच के लिए जब्त कर लिया है।

कमरे में घायल मिली थी युवती

पीजीआई के एल्डिको अभिषेक उद्यान-2 निवासी राकेश कुमार गुप्ता अपने पांच बेटों दीपक, अंशु, अतुल, निखिल, राजा और तीन बेटियों ज्योति, शोभा व मार्टिन गुप्ता (28) के साथ मकान नंबर 489 सी में रहते हैं। राकेश गुप्ता सचिवालय में कर्मचारी थे। कुछ दिन पहले रिटायर्ड हुए हैं। मृतका के भाई अंशु गुप्ता के मुताबिक रात में सभी लोगों ने साथ में खाना खाया था और उसके बाद सभी अपने कमरों में सोने चले गए। सुबह करीब आठ बजे ऊपर के कमरे से आवाज आई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। साढ़े आठ बजे जब चाय देने के लिए गए तो मार्टिन अपने बिस्तर पर घायल पड़ी थी। जिसे तत्काल ट्रामा पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस और पड़ोसी थे बेखबर

पुलिस के अनुसार परिजन घटना सुबह 8.30 बजे की बता रहे हैं। हालांकि राकेश गुप्ता ने स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी नहीं दी। यहां तक की दीवार से सटे हुए किसी पड़ोसी को जानकारी नहीं हुई। ट्रामा सेंटर में मार्टिन की मौत के बाद हॉस्पिटल ने चौक पुलिस को (मेमो) सूचना दी। गोली के चलते मौत होने पर हॉस्पिटल ने डेडबॉडी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। चौक पुलिस ने पीजीआई पुलिस को मार्टिन की गोली लगने से मौत की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस जांच पड़ताल करने के लिए उसके घर पहुंची। शाम चार बजे भीड़ देखकर पड़ोसियों ने पूछा तो उन्हें सुसाइड की जानकारी मिली।

पिता के पास है लाइसेंसी रिवाल्वर

मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना किया। मार्टिन तीन मंजिला इमारत के दूसरी मंजिल पर रहती थी। पुलिस ने जब अंशु से रिवाल्वर के बारे में पूछा तो उसने बताया कि रिवाल्वर पिता की है, लेकिन वह मार्टिन के पास कैसे पहुंची इसका जबाब नहीं दिया। पुलिस ने पिता राकेश कुमार गुप्ता का लाइसेंसी रिवाल्वर भी जांच के लिए जब्त कर लिया।

हालात हत्या की तरफ कर रहे इशारा

पुलिस के अनुसार घटना स्थल को देखने से लग रहा था कि सो रही मार्टिन गुप्ता को पहली गोली सिर में मारी गई। जिससे खून वहीं जम गया। सीने और पेट मे लगी गोलियों से निकला खून बिस्तर पर सूख गया था।

आत्महत्या की थ्योरी कुछ अटपटी

पुलिस के अनुसार परिजनों की आत्महत्या की बात समझ से परे है। क्योंकि एक व्यक्ति अपने को एक गोली मार सकता है, जबकि परिस्थितियां इसके ठीक विपरीत हैं। कम से कम मृतका को चार गोली लगी हैं। इंस्पेक्टर पीजीआई अरुण कुमार राय ने बताया कि मृतका के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। मृतका का शव भी नही देखा। परिजन आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता लगेगा।

घर के भीतर है मार्टिन का कातिल

परिजनों ने मार्टिन के गोली लगने और उसकी मौत को दबाने का पूरे दिन प्रयास किया। पुलिस तक मामला पहुंचने पर उसे आत्महत्या की कहानी रची जाने लगी। हालांकि पुलिस और आस-पास के लोगों का भी कहना है कि मार्टिन की मौत सुसाइड नहीं बल्कि हत्या है। हत्यारा घर में मौजूद है, हालांकि परिजनों ने न तो अब तक पीजीआई पुलिस को लिखित रुप में कोई सूचना दी और न ही सुसाइड के कारणों को ही बता पा रही है। पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

आखिर क्या हुई ऐसी बात

मार्टिन एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी। वह अकेले अपने रूम में रहती थी और वहीं उसने स्टडी रूम बना रखा था। उसके पिता राकेश कुमार गुप्ता सचिवालय के स्वास्थ विभाग से कुछ दिन पहले ही वीआरएस ले चुके हैं। परिवार में प्रापर्टी का कारोबार किया जाता है। जिस मकान में मार्टिन की मौत हुई है उस मकान को उन्होंने कुछ दिन पहले ही खरीदा था। बताया जा रहा कि राकेश गुप्ता पूर्व सरकार में सत्ता के काफी करीबी रहे हैं।