RANCHI : माओवादियों के उत्तरी दक्षिणी छोटानागपुर सीमांत जोनल कमिटी ने चान्हो थाना एरिया के बीजूपाड़ा में पोस्टर चिपका दिया। इस बाबत जानकारी मिलने के बाद चान्हो पुलिस ने स्पॉट पर जाकर पोस्टर को हटाकर मामले की छानबीन कर रही है।

यह लिखा है पोस्टर में

माओवादियों द्वारा चिपकाए गए पोस्टर में लिखा था- झारखंड जनमुक्ति परिषद संघर्ष मोर्चा, जेपीसी, पीएलएफआई, टीपीसी और वन गुंडा गिरोह के असली चेहरे को जनता बेनकाब करे। ये सभी गुंडा गिरोहों का काम सिर्फ चोरी, डकैती, अपहरण और बलात्कार जैसे घिनौने कामों को अंजाम देना है। आमलोगों के बीच पार्टी का मुखौटा पहले इन गुंडा गिरोहों के सदस्यों को क्रांतिकारी जन आंदोलन के लाल आग के हवाले कर दें। जनता इन गुंडा गिरोहों के काले कारनामे को जान चुकी है। अब वह गुमराह नहीं होगी। कब्र में दफनाएगी। इन हैवानों को। नावाडीह में राजेंद्र विश्वकर्मा की पत्नी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के आरोपी जेजे एमी के चंचल पासवास समेत सभी दरिंदों को जन अदालत में मौत की सजा मिले। जात पर न पात पर, टीएसपीसी की बात पर आमजनता गोलबंद है और माओ विचार के ि1सद्धांत पर।

जेल भेजे गए योगेंद्र साव

सीआईडी ने पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को पूछताछ के लिए दो दिनों के रिमांड पर लिया था। रिमांड की अवधि ात्म हो गई है। सीआईडी ने योगेंद्र साव को रिमांड की अवधि ात्म होने के बाद हजारीबाग केंद्रीय कारा ोज दिया है। सीआईडी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक योगेंद्र साव ने सीआईडी अधिकारियों को दो टूक जबाब दिया। उनसे कई सवाल पूछे। पर, हर बार सीआईडी को योगेंद्र साव ने जुर्म कबूल करने के मामले में दो टूक जवाब दिया। योगेंद्र साव ने कहा कि उन्हें आपराधिक गिरोह का सरगना बना दिया गया है, जबकि वे जनता के आदमी हैं। ऐसे में पुलिस अधिकारी उसे जबरन अपराधकर्मी घोषित करने में लगी हुई है। गौरतलब है कि आपराधिक संगठन चलाने के आरोप में योगेंद्र साव को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और सीआईडी की टीम ने उन्हें अरेस्ट किया था।