- 300 स्क्वॉयर मीटर या उससे अधिक बड़े मकानों में वॉटर हारवेस्टिंग का होगा सर्वे

- मकान में अगर नहीं मिला वॉटर हारवेस्टिंग तो किया जा सकता है नक्शा कैंसल

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रूद्गद्गह्मह्वह्ल : सिटी के लोगों को वॉटर हारवेस्टिंग न लगाना काफी महंगा पड़ सकता है। जिन लोगों ने एमडीए में अपना नक्शा पास कराते वक्त रेन वॉटर हारवेस्टिंग लगाने की हामी तो भरी थी, लेकिन प्रक्रिया नहीं अपनाई, ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। एमडीए की इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट को जिम्मेदारी दी गई है कि ऐसे मकानों का सर्वे करें, जिन्होंने रेन हारवेस्टिंग नहीं लगाया है। बकायदा ऐसे लोगों की लिस्ट भी बनाई जा रही है।

ग्राउंड वाटर लेवल बढ़ाना उद्देश्य

प्राप्त जानकारी के अनुसार कमिश्नर ने प्राधिकरण के अधिकारियों को लेटर लिखा है, जिसमें लगातार घटते ग्राउंड वॉटर लेवल पर चिंता व्यक्त की गई। साथ ही उन्होंने रेन वॉटर हारवेस्टिंग सिस्टम को सख्ती से लागू कराने को कहा है। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि सिटी में ही नहीं पूरे देश में ग्राउंड वॉटर लेवल का लगातार नीचे जाना एक चिंता का विषय बन गया है। लगातार इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं कि पब्लिक रेन वॉटर को स्टोरेज करे।

बनाई जा रही लिस्ट

प्राधिकरण के आलाधिकारियों ने संबंधित डिपार्टमेंट को ऐसे मकानों की लिस्ट तैयार करने को कहा गया है, जिनका एरिया 300 स्क्वॉयर मीटर और उससे ज्यादा है, जिनका नक्शा प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत किया गया है। उस लिस्ट को इंफोर्समेंट जोन के हिसाब से चारों जोन के हिसाब से डिस्ट्रीब्यूट कर दी जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार दो जोन को लिस्ट दे भी दी गई है।

होगी कार्रवाई

प्राप्त जानकारी के अनुसार इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के कर्मचारी दी हुई लिस्ट के अनुसार मौके पर जाकर वेरीफाई करेंगे। अगर किसी ने रेन वॉटर हारवेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया है तो उस कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई की रूपरेखा बनाई जा रही है। सूत्रों की मानें तो आर्थिक दंड के साथ नक्शा भी कैंसल कराया जा सकता है। गौरतलब है कि पब्लिक प्राधिकरण से नक्शा तो पास करा लेती है, लेकिन रेन वॉटर हारवेस्टिंग के क्लॉज को भूल जाती है। अब इसे सख्ती से पालन कराने की तैयारी चल रही है।

पिछले पांच महीनों में वॉटर हारवेस्टिंग की स्थिति

जोन प्रस्तावित पूर्ण

जोन ए 10 0

जोन बी 06 28

जोन सी 24 0

जोन डी 15 0

(ये डाटा प्राधिकरण द्वारा दिया गया है। ये स्थिति 1 अप्रैल से 30 अगस्त तक की है.)

रेन वॉटर हारवेस्टिंग को सख्ती से पालन कराने की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है, जिन्होंने रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया है।

- राजेश कुमार यादव, वीसी, एमडीए