एमडीआर टीबी के इलाज में होगी मदद, दो घंटे में मिलेगी रिपोर्ट

ALLAHABAD: टीबी से जूझ रहे मरीजों के लिए यह राहत भरी खबर है। अब उनकी एमडीआर (मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट) टीबी की जांच महज दो घंटे में हो जाएगी। जिले के तीन हॉस्पिटल्स में सीबी नॉट जांच की मशीन लगाई गई है। दो से तीन दिन में यह जांच शुरू हो जाएगी।

एक मशीन पर था अधिक लोड

1.5 करोड़ की लागत से लगी है सीबी नॉट मशीन करछना, कोटवा सीएचसी और तेलियरगंज स्थित टीबी हॉस्पिटल में।

50 लाख रुपए है एक सीबी नॉट मशीन की कीमत

2 घंटे का वक्त लगेगा अब सिर्फ एमडीआर टीबी की जांच में।

2 महीने का समय लगता था पहले इसके सॉलिड कल्चर टेस्ट में।

4 हजार रुपए लगते हैं इस जांच के प्राइवेट में। अब होगी फ्री।

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क्या है सीबी नॉट

इस तकनीक का नाम कार्टेज बेस्ड न्यूक्लिड एसिड इंप्लीफिकेशन टेस्ट है। इसमें स्पुटम के अलावा टिशू का पानी, पेट या रीढ़ का पानी लेकर जांच की जाती है। दो घंटे में तय हो जाता है कि मरीज को एमडीआर टीबी है या नहीं।

टीबी मरीजों के लिए नियम

डब्ल्यूएचओ के नियमानुसार टीबी के प्रत्येक मरीज की एमडीआर जांच जरूरी है।

मशीन से चेस्ट टीबी के लिए कफ जांच हो सकेगी।

रीढ़ की हड्डी का पानी निकालकर हड्डी की टीबी की जांच हो सकेगी।

महिलाओं में होने वाली बच्चेदानी की टीबी की जांच भी इस मशीन से हो सकेगी।

क्या है एमडीआर

टीबी के इन मरीजों में दवाओं से रेजिस्टेंस हो जाता है। फिर इलाज के बावजूद टीबी काबू में नहीं आती।

मरीजों के लिए बड़ी बात है। टीबी हॉस्पिटल आने वाले मरीजों की फटाफट नि:शुल्क जांच हो जाएगी। इससे एमडीआर के गंभीर रोगियों को इलाज में काफी सहायता मिलेगी।

-डॉ। ऋषिराज सहाय,

जिला क्षय रोग अधिकारी