- केजीएमयू में छेड़छाड़ के मामलों में नहीं होती कार्रवाई

- अब तक चार केस, किसी की जांच पूरी नहीं

LUCKNOW: किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की एक और छात्रा ने अपने ही बैच के साथी छात्र पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इस मामले में छात्रा ने केजीएमयू की वूमेन हैरेसमेंट प्रिवेंशन सेल (विशाखा कमेटी) में शिकायत की है। यूनिवर्सिटी में छात्राओं से छेड़छाड़ का ये लगातार चौथा मामला है जो विशाखा कमेटी के पास पहुंचा है। इससे पहले के तीन मामलों में दो माह से अधिक हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसी भी छात्रा को न्याय नहीं मिला है। विशाखा कमेटी बस तारीख पर तारीख देती जा रही है जबकि शिकायत मिलने के एक माह के अंदर कार्रवाई जरुरी है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने के कारण पीडि़तों का मनोबल गिरता जा रहा है।

ख्क् को होगी पूछताछ

अब चौथे मामले की भी शिकायत विशाखा कमेटी के समक्ष पहुंच गई है। जिसमें ख्0क्ख् बैच की एक स्टूडेंट ने अपने ही बैच के साथी छात्र पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। स्टूडेंट का कहना है कि उसे इस हद तक प्रताडि़त किया कि पढ़ाई में दिक्कतें आ रही हैं और यदि उत्पीड़न न रोका गया तो उसे पढ़ाई छोड़ना भी पड़ सकता है। छात्रा के इस पत्र के बाद विशाखा कमेटी ने ख्क् अगस्त को मामले में पूछताछ के लिए छात्र को बुलाया है। दोनों से पूछताछ के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

लंबी है लिस्ट

केजीएमयू में मई-जून में तीन मामलों में ग‌र्ल्स ने अपने साथ हैरेसमेंट का आरोप लगाया था। सर्जरी विभाग में डेंटल की छात्रा ने सर्जरी विभाग के डॉक्टर्स पर आरोप लगाया था। दूसरे मामले में प्लास्टिक सर्जरी विभाग की रेजीडेंट ने अपने सीनियर रेजीडेंट साथी पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया था। उसके अलावा एमबीबीएस की ख्0क्ख् और ख्0क्फ् बैच की छात्राओं ने फिजियोलॉजी विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। वीसी ने सभी मामलों को विशाखा कमेटी के पास भेज दिया था। सूत्रों की माने तो विशाखा कमेटी ने सभी मामलों में जांच की आरोपियों और पीडि़तों के बयान भी लिए। लेकिन अभी तक किसी मामले की रिपोर्ट वीसी को नहीं दी। जिसके कारण किसी भी मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अभी किसी भी केस की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई होगी।

- प्रो। रविकांत

वीसी, केजीएमयू।