- एम्स पटना के निदेशक डॉ। जीके सिंह ने वर्कशॉप का किया इनॉगरेशन

- वर्कशॉप में चिकित्सकों को बताई सर्जरी की बारीकियां

LUCKNOW: हिप यानी कूल्हे की हड्डी टूटने पर व्यक्ति का सामान्य रूप से चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। चिकित्सा क्षेत्र में कूल्हे की हड्डियों को कई प्रकार से जोड़ा जाता था लेकिन अब पेल्वी एसिटाबुलर सर्जरी द्वारा इसे और भी बेहतर ढंग से जोड़ा जा सकता है। इससे हड्डी जोड़ने में आसानी होती है। एराज मेडिकल कॉलेज में आयोजित काफ्रेंस में पीजीआई चंडीगढ़ के आर्थोपेडिक विभाग के डॉ। रमेश सेन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कार्यशाला में छात्रों व चिकित्सकों को सर्जरी की बारीकियां बताई। कैडवरिक पेल्वी एसीटाबुलर वर्कशॉप का उद्धाटन एम्स पटना के निदेशक डॉ। जीके सिंह ने किया।

फ्रैक्चर को ठीक करना होगा आसान

सीएमई में काफ्रेंस के आयोजक डॉ। हरीश कक्कड़ ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों में तीन से चार परसेंट ऐसे लोग होते हैं जिनके कूल्हे की हड्डी टूट जाती है। आमतौर पर कूल्हे की हड्डी टूटने से व्यक्ति लगभग विकलांग सा हो जाता था लेकिन अब इसकी सर्जरी आसान और बेहतर हो गयी है जिसके बाद व्यक्ति सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है। वर्कशॉप में डॉ। रमेश सेन ने बताया कि इस सर्जरी में मरीज के कमरे के निचले हिस्से में चीरा लगाकर भीतर के लिगामेंट को जोड़ने के साथ हड्डी में विशेष प्रकार के मेटल के इम्प्लांट लगाए जाते हैं जिसके बाद कूल्हे की हड्डी पूर्व की भांति हो जाती है। उन्होंने बताया कि पहले जो सर्जरी होती थी उसके बाद पैर पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाते थे लेकिन अब पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।

लाइव सर्जरी कर बताई बारीकियां

कार्यशाला में एम्स दिल्ली के आर्थोपैडिक सर्जन डॉ। विवेक त्रिखा ने डॉक्टर्स को लाइव सर्जरी कर बारीकियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि दुर्घटना में किसी व्यक्ति के कूल्हे की हड्डी है तो उसे जल्द से जल्द आर्थोपैडिक सर्जन के पास ले जाना चाहिए। डॉ। त्रिखा के अनुसार अधिक दिन बीत जाने के बाद सर्जरी कामयाब नहीं होती। मरीज को तीन से सात दिनों के भीतर सर्जरी करना अनिवार्य है। इस अवसर पर गाजियाबाद से डॉ। विपिन त्यागी, कानपुर से डॉ। संजय रस्तोगी, डॉ। नदीम फारूकी सहित अन्य डॉक्टर्स ने डेलीगेट्स को सर्जरी की बारिकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ। हरीश मक्कड़, डॉ। विनीत शर्मा, डॉ। अरुन लाल सहित अन्य डॉक्टर्स मौजूद रहे।