-बीआरडी मेडिकल कॉलेज की घटना -गाइनी से पीजी कर रही थीं बिहार के समस्तीपुर की डॉ। आरती झा -बेहोशी का ओवर डोज इंजेक्शन लगाकर जान देने की पुलिस ने जताई आशंका - पिता और भाई ने हत्या का लगाया आरोप GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पीजी अंतिम वर्ष की स्टूडेंट डॉ। आरती झा की शुक्रवार देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इंदिरा हॉस्टल के कमरे में वह मृत पाई गई। कमरे में मिली डायरी के आधार पर पुलिस सुसाइड करने की बात कह रही तो आरती के परिजन हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने बिसरा और स्वैब जांच के लिए सुरक्षित कर लिया है। डायरी को जब्त कर लिया है। बिहार के समस्तीपुर के काशीपुर मोहल्ला निवासी डॉ। आरती मेडिकल कॉलेज में गाइनी से पीजी कर ही थी। आरती ने केजीएमयू लखनऊ से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब साढ़े 12 बजे आरती की सहयोगी डॉ। शिल्पी ने उन्हें आवाज दी। प्रतिक्रिया न मिलने पर रूम के अंदर गई तो वो बिस्तर पर पड़ी थी। हाथ-पैर ठंडा हो गया था। वार्डेन को सूचना देने के बाद हॉस्टल के रूम में ही इलाज की कोशिश हुई। किसी तरह की हरकत न होने पर इमरजेंसी के आईसीयू में लाया गया। जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। पीके सिंह, एसआईसी डॉ। आरएस शुक्ला, पूर्व एसआईसी डॉ। एके श्रीवास्तव, मेडिसीन विभाग के एचओडी डॉ। महिम मित्तल, एनेस्थिसिया एचओडी डॉ। शहबाज आलम मौके पर पहुंचे। रात करीब पौने दो बजे कॉलेज प्रशासन ने गुलरिहा इंस्पेक्टर को और ढाई बजे आरती के पिता विजयकांत झा को सूचना दी। इसके बाद विजय शनिवार दोपहर एक बजे बेटे प्रशांत के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। पिता ने शव को देख हत्या का आरोप लगाया। डॉक्टर्स के पैनल ने डॉ। आरती का पोस्टमार्टम किया। गुलरिहा पुलिस को तहरीर देने के बाद देर शाम परिजन शव लेकर घर लौट गए।