व‌र्ल्ड एड्स डे

-एड्स का इलाज बीएचयू एआरटी सेंटर में होगा और आसान

-एड्स पेशेंट्स को फ‌र्स्ट लाइन, सेकेंड लाइन के बाद अब बहुत जल्द थर्ड लाइन की मिलेंगी दवाएं

-थर्ड लाइन दवा का तैयार हो रहा है बीएचयू में कॉन्सेप्ट

VARANASI

फ‌र्स्ट लाइन व सेकेंड लाइन की दवाएं फेल होने के बाद एड्स रोगियों का इलाज रुकेगा नहीं, अब उन्हें थर्ड लाइन की दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यूपी के सबसे बड़े एआरटी सेंटर बीएचयू में रजिस्टर्ड एड्स पेशेंट्स के लिए थर्ड लाइन दवाओं का कॉन्सेप्ट तैयार किया जा रहा है। बीएचयू के एआरटी सेंटर में 'सेंट्रल ऑफ एक्सिलेंस इन एचआईवी कैप' के तहत एड्स पेशेंट्स को दवाएं देने के साथ ही उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाती है।

यूपी का सबसे बड़ा है सेंटर

बीएचयू का एआरटी सेंटर ही एक मात्र ऐसा सेंटर है जो उत्तर प्रदेश में फ‌र्स्ट लाइन के बाद सेकेंड लाइन की दवाएं चलाता है। एआरटी सेंटर में रजिस्टर्ड क्8 हजार एड्स पेशेंट्स में लगभग छह हजार पेशेंट्स को हर महीने फ‌र्स्ट लाइन और सेकेंड लाइन की दवाएं दी जाती है। फ‌र्स्ट लाइन में टीएलई मेडिसीन और सेकेंड लाइन में पीआई मेडिसीन दी जाती है। बहुत जल्द आने वाली थर्ड लाइन की दवाएं सेकेंड लाइन से थोड़ी डिफरेंट होगी। एड्स स्वयं में कोई रोग नहीं है

बल्कि एक संलक्षण है। यह मनुष्य की अन्य रोगों से लड़ने की नैसर्गिक प्रतिरोधक क्षमता को घटा देता है। जिससे पेशेंट का इलाज करना मुश्किल होता है और पेशेंट की जान पर बन जाती है।

प्रारंभिक अवस्था में एड्स के लक्षण

-तेजी से वजन घटना

-सूखी खांसी

-लगातार ज्वर या रात के समय अत्यधिक/असाधारण मात्रा में पसीने छूटना

-जंघा और गर्दन में लम्बे समय तक सूजी हुई लसिकाएं

-एक हफ्ते से अधिक समय तक दस्त होना, लम्बे समय तक गंभीर हैजा

-चमड़ी के नीचे, मुंह, पलकों के नीचे या नाक में लाल, भूरे, गुलाबी या बैंगनी रंग के धब्बे और निरंतर भुलक्कड़पन

एड्स से कैसे बचें

-अपने जीवनसाथी के प्रति वफादार रहें

-एक से अधिक व्यक्ति से यौनसंबंध ना रखें

-यदि आप एचआईवी संक्त्रमित या एड्स ग्रसित हैं तो अपने जीवनसाथी से इस बात का खुलासा अवश्य करें -बात छुपाये रखनें तथा इसी स्थिती में यौन संबंध जारी रखनें से आपका साथी भी संक्रमित हो सकता है

-आपकी संतान पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है।

-यदि आप एचआईवी संक्रमित या एड्स ग्रसित हैं तो रक्तदान कभी ना करें

-रक्त ग्रहण करने से पहले रक्त का एचआईवी परीक्षण कराने पर जोर दें

इन कारणों से नहीं फैलता एड्स

-एचआईवी संक्रमित या एड्स ग्रसित व्यक्ति से हाथ मिलाने से

-एचआईवी संक्रमित या एड्स ग्रसित व्यक्ति के साथ रहने से या उसके साथ खाना खाने से

-एक ही बर्तन या रसोई में स्वस्थ्य व एचआईवी संक्रमित या एड्स ग्रसित व्यक्ति के खाना बनाने से

एआरटी सेंटर में फ‌र्स्ट लाइन, सेकेंड लाइन दवा के बाद थर्ड लाइन की दवा बहुत जल्द आने वाली है। सेंटर में लगभग क्8 हजार एड्स रोगी रजिस्टर्ड है।

डॉ। जया चक्रवर्ती

को नोडल ऑफिसर, एआरटी सेंटर

बीएचयू