- ड्रग डिपार्टमेंट की लिए गए नमूनों में हुआ बड़ा खुलासा

- लावड़ से लिए गए 12 एंटी बायोटिक में से 7 नमूने हुए फेल

- फूड सप्लीमेंट में मिलाया जा रहा था ड्रग, 3 नमूने हुए फेल

Meerut : सावधान, जिंदगी देने वाली दवाएं आपको मौत भी दे सकती हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि ड्रग डिपार्टमेंट की रिपोर्ट बयां कर रही है। इस कड़वे सच की रिपोर्ट जारी करते हुए डिपार्टमेंट द्वारा लिए गए नमूनों में से 15 फीसदी नमूने फेल हो गए हैं। फेल हुए नमूनों में से 58 फीसदी नमूने एंटी बायोटिक हैं। वहीं फूड सप्लीमेंट के कुल लिए नमूनों में 50 फीसदी नमूने फेल हो गए हैं।

एंटी बायोटिक फेल

ड्रग डिपार्टमेंट की ओर से लावड़ में चौहान मेडिकल स्टोर से दवाओं के 11 नमूने लिए गए थे। ये सभी नमूने एंटीबायोटिक दवाओं के थे। हाल में आई रिपोर्ट में 7 सैंपल पूरी तरह से फेल हो गए हैं। इन दवाओं में प्रमुख दवाएं एमोक्सी सिलीन, पोटाशियम कैलब्यूनेट और सिफिक्सीन एमएम एंटी बायोटिक दवाएं शामिल हैं।

फूड सप्लीमेंट में खतरनाक ड्रग

वहीं मार्च माह में मोहकमपुर स्थित फूड सप्लीमेंट फैक्टी में डिपार्टमेंट की ओर से छापा मारा गया था। जहां जिम करने के बाद लिए जाने वाले फूड सप्लीमेंट को पैक किया जा रहा था। यहां से छह सैंपल लिए गए थे। इसमें आई रिपोर्ट में 3 सैंपल फेल हो गए हैं। अधिकारियों की मानें तो इन फूड सप्लीमेंट में खतरनाक ड्रग मिले हैं। जिनको खाने से नशे के आदि हो जाते हैं। अधिकारियों के अनुसार कंपनी पूरी तरह से फर्जी थी।

80 में से 12 फेल

फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट ने अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि पिछले आठ महीनों में उनकी ओर से 80 सैंपल लिए गए थे। जिनमें से 12 सैंपल पूरी तरह से फेल हो गए। जोकि कुल लिए नमूनों में से 15 फीसदी हैं। अधिकारियों के अनुसार जिन कंपनियों के सैंपल फेल हो चुके हैं उनके खिलाफ एफआईआर और पूरी कार्रवाई कर दी गई हैं।

कुल 80 नमूने में से 12 नमूने फेल पा गए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर दी गई है। करीब सात नमूने एंटी बायोटिक दवाओं के फेल हुए हैं।

- संदीप कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर, ड्रग डिपार्टमेंट