- कहा, राज्य स्वास्थ्य समिति और मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लि। के अलग-अलग रेट कैसे

PATNA: बिहार के कई बड़े हॉस्पीटल में दवा घोटाले का इतिहास है। मामला हाईकोर्ट में है। विजलेंस को बार-बार कहना पड़ रहा है कि जांच में तेजी लाएं। पीएमसीएच और एनएमसीएच के कई डॉक्टर्स इसमें लिप्त पाए गए हैं। इधर, अब एक और दवा घोटाले का खुलासा एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में दवा खरीद में फिर से बड़ा घोटाला हुआ है।

कहीं रेट कुछ, कहीं कुछ

सुशील मोदी ने कहा कि पहले सर्जिकल इक्विपमेंट व दवाएं राज्य स्वास्थ्य समिति खरीदती थी, लेकिन बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्राट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड के जरिए दवा खरीदने की जिम्मेदारी दी गई। ख्0क्फ्-क्ब् में हेल्थ सोसाइटी व लिमिटेड ने भी टेंडर निकाला दवा के लिए। कॉरपोरेशन के टेंडर में क्क्ख् दवाओं में से फ्क् दवाओं की दर हेल्थ सोसाइटी की दर से ज्यादा है। भ्0 परसेंट से कई सौ परसेंट ज्यादा तक है। कॉरपोरेशन ऊंची दर पर दवाएं खरीद रहा है। उन्होंने कहा कि अवर सचिव सतीश कुमार विद्यार्थी ने लिखा कि क्क्ख् दवाओं में से फ्क् दवाओं की दर ज्यादा है। निर्देश दिया गया कि ऊंची दर पर दवा न खरीदें, बावजूद इसके ऊंची दर पर खरीददारी हुई।