-आउटसोर्सिग का विरोध कर रहे हैं निगम के संविदा सफाई कर्मी

-नगर आयुक्त ने कहा विरोध हुआ तो रखे जाएंगे प्राइवेट कर्मचारी

Meerut: नगर निगम में आउटसोर्सिग पर नए लोग रखने पर विचार चल रहा है। यह फैसला निगम ने संविदा सफाई कर्मियों द्वारा आउटसोर्सिग का विरोध के कारण लिया गया। नई व्यवस्था के मुताबिक अब यदि आउटसोर्सिग के खिलाफ सफाई कर्मियों का विरोध जारी रहा, तो निगम प्रशासन उनके स्थान पर नए चेहरों को शामिल करने का फैसला लेगा।

ये है आउटसोर्सिग विवाद

दरअसल, अपने वेतन में वृद्धि कराने के लिए अगस्त में संविदा सफाई कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल शुरू कर दी थी। इस दौरान सफाई कर्मियों ने वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर शहर में काफी हो हल्ला किया था। इससे नाराज शासन ने सभी संविदा सफाई कर्मियों को बर्खास्त कर आउटसोर्सिग सिस्टम लागू करने का फरमान जारी किया था। इतनी बड़ी तदाद में बर्खास्तगी और आउटसोर्सिग पर सफाई कर्मचारियों की उलझन से बचने के लिए निगम प्रशासन ने संविदा कर्मियों को ही आउटसोर्सिग पर लाने की घोषणा की थी। निगम प्रशासन द्वारा संविदा समाप्त कर आउटसोर्सिग शुरू करने का सफाई कर्मचारी विरोध करते आ रहे हैं। इसको लेकर सफाई कर्मचारी निगम कार्यालय में कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

2216 हैं संविदा कर्मियों की फौज

नगर निगम में इस समय 1067 स्थाई तौर पर व 2215 कर्मचारी संविदा पर काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों को शहर के विभिन्न वार्डो के अलावा अधिकारियों की कोठियों पर लगाया गया है। अभी इन संविदा कर्मचारियों को वेतन के रूप में निगम 7440 रुपए का भुगतान कर रहा है। अब यदि इन कर्मचारियों को आउटसोर्सिग पर लाया जाता है तो कांट्रेक्टर के माध्यम से काफी कम वेतन मिलने की संभावना है। इस मुद्दे को लेकर संविदा सफाई कर्मचारी आउटसोर्सिग का विरोध करते आ रहे हैं।

नए लोग रखने पर विचार

निगम प्रशासन की मानें तो यदि संविदा कर्मियों का विरोध जारी रहा तो उनके स्थान पर आउटसोर्सिग पर नए लोग रखे जाने पर विचार किया जाएगा। निगम सूत्रों की मानें तो निगम प्रशासन ने नए चेहरों को आउटसोर्सिग पर रखने की शुरुआत कर दी है। हालांकि इतनी बड़ी तदाद में सफाई कर्मियों को एक साथ रखना निगम प्रशासन के लिए चुनौती भरा होगा, लेकिन शासनादेश के अनुपालन में यह निर्णय लेना निगम के लिए मजबूरी भरा हो सकता है।

आउटसोर्सिग पर नए लोगों को रखने पर विचार किया जा रहा है। शासनादेश के अनुपालन में संविदा सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिग पर रखा जाना है। कर्मचारियों के विरोध के कारण निगम यह फैसला ले सकता है।

उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

नए चेहरों का आउटसोर्सिग पर रखने की अभी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा तो इसका विरोध किया जाएगा। सफाई कर्मियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कैलाश चंदौला, महामंत्री उ.प्र। सफाई मजदूर संघ