- यूनिवर्सिटी ने छात्र संघ चुनाव पर स्पष्ट किया अपना रुख

- चुनावों के लिए लिंगदोह समिति की सिफारिशों को लागू करने पर वीसी से सुझाव मांगे गए

LUCKNOW: छात्रसंघ चुनावों की बहाली को लेकर मंगलवार को प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग और स्टेट के यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर व प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। बैठक के दौरान सुप्रीम कोर्ट की ओर से छात्र संघ चुनावों के लिए लिंगदोह समिति की सिफारिशों को लागू करने पर वीसी से सुझाव मांगे गए। गौरतलब है कि स्टेट की सभी यूनिवर्सिटीज और डिग्री कॉलेजों में छात्रनेताओं ने छात्रसंघ चुनावों को लेकर तमाम तरह के आंदोलन और अराजकता पिछले काफी समय से चला रखी है। हाल ही में वाराणसी के बीएचयू में छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच हुआ संघर्ष भी इसी की एक कड़ी है।

एलयू ने अपना पक्ष पेश किया

एलयू के प्रवक्ता प्रो। एनके पांडे ने बताया कि मंगलवार को हुई बैठक में एलयू की ओर से लिंगदोह कमेटी की सिफरिश पर यूनिवर्सिटी में चुनाव कराए जाने की बात कही गई। एलयू की ओर से इसका एक तय फार्मेट जो समिति की सिफारिशों के अनुरुप है भी पेश किया गया। इस फार्मेट के अनुसार एलयू में विभागों के डीन कमेटी की सिफारिशों के अनुरुप अपने विभाग की कक्षाओं से प्रतिनिधियों को नामित करेंगे। इन्हीं नामित प्रतिनिधियों की ओर से अपना अध्यक्ष अपने बीच से चुना जाएगा। यह अध्यक्ष छात्र परिषद का अध्यक्ष कहलाएगा। प्रो। पांडे ने बताया कि छात्रसंघ चुनावों में आयु संबंधी वर्गीकरण को अलग-अलग यूनिवर्सिटी व डिग्री कॉलेज में लागू करने को लेकर एक याचिका पूर्व में दायर की गई थी। इस याचिका के सापेक्ष प्रदेश सरकार को जवाब देना है। उन्होंने बताया कि मंगलवार की बैठक में शासन की ओर से वर्गीकरण को लागू करने के लिए यूनिवर्सिटी से अपना कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रो। पांडे ने बताया कि इसको लेकर शासन की ओर से जलद ही पत्र जारी कर दिया जाएगा जिसके बाद एलयू छात्रसंघ चुनावों से संबंधित पूरी रिपोर्ट तय समयसीमा में शासन को सौंप देगा। प्रो। पांडे के अनुसार लिंगदोह समितियों की सिफरिशों के अनुसार चुनाव कराने की ही हमारी तैयारी है लेकिन इसमें नियमों को जोड़ने और घटाने की गुंजाइश है जिसका ख्याल रखा जाएगा।

चहके छात्रनेता

एलयू द्वारा चुनावों के बारे में बैठक करने के बाद छात्रनेताओं के चेहरे खिले हैं। एलयू के छात्रनेता विवेक सिंह के अनुसार छात्रसंघ बहाली को लेकर एलयू संज्ञान ले रहा है, यह बेहद अच्छी बात है। विवेक सिंह के अनुसार छात्रसंघ चुनाव एक निश्चित फार्मेट में होने चाहिए, लेकिन उस फार्मेट में छात्रों का योगदान सर्वाधिक हो इसका विशेष याल एलयू प्रशासन को रखना होगा।