परिषदीय स्कूलों में इंप्लाई कोड बनाने की शुरू हुई कवायद

बेसिक शिक्षा परिषद में सचिव ने बीएसए के साथ की मीटिंग

ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों के टीचर्स को भी अब इंप्लाई कोड के जरिए पहचाना जाएगा। पहली बार शुरू हो रही प्रक्रिया के लिए कवायद शुरू हो गई है। बुधवार को बेसिक शिक्षा परिषद में सचिव ने विभिन्न जिलों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के साथ मीटिंग की। कोड तैयार करने के लिए टीचर्स से संबंधित सभी जानकारियां परिषद कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश सभी बीएसए को दिया गया।

एनआईसी करेगा कोड जनरेट

प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों के इंप्लाई कोड तैयार कराने के लिए एनआईसी को जिम्मेदारी दी जाएगी। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने बताया कि सभी जिलों की डिटेल प्राप्त होने के बाद एनआईसी के साथ मीटिंग में कोड जनरेट करने और उसे एलॉट करने की प्लानिंग पर चर्चा होगी। बुधवार को हुई मीटिंग की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जिलों से 30 अप्रैल तक विद्यालय में मौजूद टीचर्स और छात्रों की संख्या भी मांगी गई है। ताकि जहां शिक्षकों की कमी है वहां शिक्षक भेजे जा सकें और जहां अधिक हैं वहां से हटाए जा सकें।

विशेष कोड का होगा ऐसा प्रारूप

परिषदीय स्कूलों में लागू किए जा रहे कोड के प्रारूप में विद्यालय कोड 11 अंकों का होगा। पहले दो अंक (01 से 71 तक) जिले के लिए होंगे। तीसरा अंक नगर क्षेत्र (1), अन्य नगर क्षेत्र (2) व ग्रामीण क्षेत्र (3) के लिए होगा। चौथा व पांचवां अंक ब्लाक/नगर क्षेत्र के लिए (01 से 23 तक या उनकी संख्या के अनुसार) होगा। छठा व सातवां अंक ग्राम पंचायत/वार्ड के लिए (01 से 20 तक या उनकी संख्यानुसार) होगा। आठवां व नौवां अंक स्कूल के प्रकार के लिए (01 से 11 तक) होगा। अंतिम दो अंक (01 से 10 तक या स्कूलों की संख्या के अनुसार) ग्राम पंचायत/वार्ड के अंदर स्कूलों की संख्या तय करने के लिए होंगे। पद का कोड 13 अंकों का होगा। पहले 11 अंक स्कूल के कोड के समान होंगे। आखिरी दो अंक पद से संबंधित होंगे, जिसमें 01 से 10 तक की संख्या प्रधानाध्यापक के लिए, 11 से 80 की संख्या अध्यापकों के लिए, 81 से 90 की संख्या चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए तथा 91 से 99 की संख्या शिक्षामित्र के लिए निर्धारित होगी। शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए यूनिक कर्मचारी कोड 11 अंकों का होगा।