-आई नेक्स्ट ने किया था मीटर बदलने के नाम पर पब्लिक से पैसा वसूलने का खुलासा

- बाकरगंज में पैसे वसूलने वाले ठेकेदार के कर्मचारी गुड्डू को हटाने के दिए आदेश

>BAREILLY:

मीटर के नाम पर पब्लिक को 'लूटने' वाले प्राइवेट कर्मचारी को हटाने का आदेश अधिकारियों ने मीटर लगाने वाली प्राइवेट कंपनी को दे दिया है। पब्लिक से मीटर के एवज में पैसा वसूलने की न्यूज मंडे को आई नेक्स्ट ने पब्लिश की थी। इसके बाद इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों ने आरोपी कर्मचारी को हटाने का फैसला किया। आरोपी कर्मचारी ने कई लोगों से हजारों रुपए वसूले थे।

कर्मचारी ही निकला घूसखोर

दरअसल, सरकारी कर्मचारियों की कमी होने के चलते विभाग ने मैकेनिकल मीटर रिप्लेस करने की जिम्मेदारी बरेली के गणेश नगर स्थित पाठक इंटरप्राइजेज को दी है। कंपनी सेकेंड डिविजन के अंतर्गत कंज्यूमर्स के घर-घर जाकर मीटर बदलने का काम कर रही है। मीटर बदलने का काम कंपनी के छह कर्मचारी कर रहे हैं। इनमें बिधौलिया निवासी गुड्डू नाम का कर्मचारी भी मीटर बदल रहा था। उस पर आरोप है कि वह लोगों को डरा धमका कर मैकेनिकल मीटर की जगह इलेक्ट्रॉनिक मीटर बदलने के एवज में पैसा वसूल रहा था।

हटाने का दिया आदेश

गुड्डू ने करीब एक दर्जन लोगों से पैसे लिये थे। बाकरगंज के रहने वाले रेहासत, हनीफ और निजाम से भी मीटर रिप्लेस करने के नाम पर गुड्डू ने क्रमश: 20, पांच और सात हजार रुपए वसूले थे। आई नेक्स्ट ने मंडे के न्यूज पेपर में चेकिंग के नाम पर पब्लिक को लूटने की न्यूज पब्लिश की तो बिजली विभाग हरकत में आया। मीटर टेस्ट डिविजन एक्सईएन आरएन सिंह ने तुरंत ठेकेदार को बुलाकर गुड्डू को ड्यूटी से हटाने का आदेश जारी कर दिया।

पहले भी मामले आए सामने

वसूली का यह कोई पहला मामला नहीं है। फरवरी 2015 में एक मामला प्रकाश में आ चुका है। विभाग ने मीटर जांच की जिम्मेदारी बेग इंटर प्राइजेज को दी थी। कांट्रैक्ट खत्म होने पर यह जिम्मेदारी साई कंपनी को सौंप दी गई। बावजूद इसके बेग इंटर प्राइजेज के से जुड़े कर्मचारी कर्मचारी नगर, नगरिया में मीटर जांच के नाम वसूली करते पकड़ा गया था। तबरेज आलम नाम का कर्मचारी लोगों ने मीटर जांच के नाम पर 3 से 4 हजार रुपए लेता था। नगरिया परीक्षित के रहने वाले जंग बहादुर थापा जब इसकी शिकायत की तो मामले का खुलासा हुआ।

बहरूपिए भी करते हैं खेल

बिजली विभाग के अधिकारियों की सुस्ती के चलते कई बार अभियान के दौरान बहरूपिए भी 5-6 की संख्या में लोगों से वसूली करते हैं। कई बार बहरूपिए मीटर चेकिंग के दौरान वसूली करते हुए पब्लिक से पिट भी चुके हैं। पिछले साल फ‌र्स्ट जुलाई से चले अभियान के दौरान मठ की चौकी, कटरा चांद खां, मढ़ीनाथ सहित अन्य एरिया में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। दरअसल, ऐसा अधिकारियों की वजह से होता है। किसी भी चेकिंग के दौरान टीम में टीजी-2 या जेई स्तर का सरकारी कर्मचारी होना जरूरी है लेकिन विभाग सिर्फ संविदा और ठेकेदारों के भरोसे अभियान चलाने लगता है। चेकिंग करने वाले कर्मचारियों के पास पहचानपत्र भी नहीं होता है।

कंज्यूमर्स बरतें सावधानी

- मीटर रिप्लेस के नाम पर नगद भुगतान कभी न करें।

- टीम लीडर के बारे में पता करें और इसकी तस्दीक जरूर करें।

- टीम लीडर के तौर पर टीजी-2 या फिर जेई जरूर होंगे।

- यदि मीटर में गड़बड़ी है तो कर्मचारी मीटर को सील कर साथ ले जाएगा।

- मौके पर यदि टेस्ट डिविजन का एई है तो मीटर का जांच कर सकता है।

मीटर रिप्लेस के नाम पर कंज्यूमर्स से एक भी रुपए नहीं लिया जाता है। कोई रुपए मांगता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की होगी। बाकरगंज में वसूली करने वालेकर्मचारी हटाने के आदेश दिया गया है।

आरएन सिंह, एक्सईएन, टेस्ट डिविजन, बिजली विभाग

कंपनी के 6 कर्मचारी मीटर रिप्लेस कर रहे हैं। बिधौलिया के गुड्डू के खिलाफ शिकायत मिली है। एक्सईएन के आदेश पर गुड्डू को हटाने के लिए कागजी कार्रवाई कर दी गई है।

प्रमोद सक्सेना, इंचार्ज, पाठक इंटर प्राइजेज