-कम मीटर रीडिंग का बिल बनाकर केस्को को पहुंचा रहे नुकसान

-हजारों यूनिट रीडिंग स्टोर होने पर खराब कर देते है मीटर

-दो दिनों में एक ही मोहल्ले में पकड़े गए स्टोर रीडिंग के 7 केस

KANPUR: सिटी में इन दिनों बड़े पैमाने पर बिजली का बिल कम करने का खेल चल रहा है। इस खेल के तार केस्को की बिलिंग करने वाली एजेंसी के इम्प्लाइज से जुड़े हैं। वो लोगों को लालच देकर अपनी जेबें गरम करके कम रीडिंग के बिल बनाकर केस्को को नुकसान पहुंचा रहे हैं। केस्को की टीम के जांच करने पर ऐसे मामलों का खुलासा होता जा रहा है। केवल दो दिनों में एक ही मोहल्ले में स्टोर हुई रीडिंग के 7 केस पकड़े जा चुके हैं। कुछ दिनों पहले ही बर्रा विश्व बैंक और कल्याणपुर में ऐसे मामले सामने आने पर केस्को के सलाहाकार ने बिलिंग एजेंसी को फटकार लगाई थी।

जमकर हो रही मनमानी

सिटी में केस्को के ब्.भ् लाख के करीब बिजली के कनेक्शन हैं। इनकी बिलिंग का का काम केस्को ने फ् एजेंसियों को दिया हुआ है। जिन्हें मीटर की रीडिंग के मुताबिक बिल बनाना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, मीटर रीडर मनमाना बिल जारी कर रहे हैं। मीटर खराब होने के बावजूद भी रीडिंग के बिल जारी करते रहते हैं। लोग बिल सही कराने के लिए चक्कर लगाते रहते हैं। हर महीने ऐसे केस केस्को के ऑफिसर्स के पास पहुंचते है।

अधिक कंज्यूंप्शन वालों पर निशाना

जिन घरों में बिजली का खर्च अधिक है, उन्हें ही बिलिंग एजेंसी के इम्लाई निशाना बना रहे है। जैसे कि किसी के भ्00 यूनिट पर मंथ के लगभग बिजली खर्च हो रही है तो उसे हैंडहेल्ड बिलिंग करने वाले क्00 यूनिट का बिजली का बिल बनाकर लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं। इस तरह एक महीने में ब्00 यूनिट मीटर में स्टोर हो जाती है। कम बिल देखकर लोग भी उनके झांसे में आ जाते हैं। अपना फायदा देखकर लोग मीटर रीडर की जेब भी गर्म करते रहते हैं। ये खेल मीटर रीडर लंबे समय तक खेला करते है। फिर मीटर रीडर और कन्ज्यूमर्स की मिलीभगत से मीटर खराब कर दिया जाता हैं। इसमें कन्ज्यूमर और मीटर रीडर दोनों का ही फायदा होता है लेकिन केस्को को लंबा नुकसान उठाना पड़ रहा है। फ्राईडे व सैटरडे को गुबा गार्डेन में चलाए गए अभियान के दौरान ऐसे ही स्टोर रीडिंग के 7 केस केस्को की टीम ने पकड़े। केस्को के एक्सईएन गुरुजीत सिंह ने बताया कि इन सातों जगह पर बड़ी मात्रा में स्टोर रीडिंग पाई गई है। इससे पहले सर्वोदय नगर, जरीबचौकी और नवाबगंज डिवीजन में भी ऐसे मामले पकड़े जा चुके है। केस्को के सलाहकार एसएन बाजपेई ने बताया कि पिछले दिनों कल्याणपुर व बर्रा विश्व बैंक में भी स्टोर रीडिंग के केस सामने आए थे। ये सब मीटर रीडिंग करने वालों की मिलीभगत के संभव नहीं है। बिलिंग एजेंसी की मीटिंग में चेतावनी दी जा चुकी है। अगर अब भी सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।