- तीस महीने में पूरा होगा 14.50 किमी के रूट का काम

- डिपो में बनाया जाएगा कंट्रोल सिस्टम का बैकअप

LUCKNOW: मेट्रो को संचालित करने के लिए हजरतगंज स्थित बीएन रोड पर ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। कंट्रोल सेंटर बनाने के लिए मेट्रो को एलडीए से जल्द भी भूमि भी मिल जाएगी। कंट्रोल सेंटर से मेट्रो के आवागमन की डिस्प्ले रहेगा। जहां से ट्रेनों का नियंत्रण भी किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसका एक वर्ष में निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इसके अलावा तीस महीने में चारबाग से इंदिरा नगर लेखराज तक मेट्रो का रूट भी बनाने का दाव मेट्रो ने किया है।

मेट्रो रेल के संचालन के लिए विधानसभा मार्ग स्थित बीएन रोड पर ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। यहां सहकारिता भवन के पीछे कंधारी बाजार में 5885.74 (1.73 एकड़) वर्ग मीटर भूमि मेट्रो को मिल गई है। एलडीए की इस भूमि को लीज रेंट पर एलएमआरसी को उपलब्ध कराने के आदेश कैबिनेट से हो गया है। एक साल बाद यहां निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। आवश्यता पड़ने पर यहां पर डिजास्टर मैनजमेंट की व्यवस्था भी रहेगी। ट्यूज्डे को कैबिनेट के निर्णय के बाद भूमि का आवंटन मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के पक्ष में एलडीए करेगा। यह भूमि 90 साल की लीज पर एलएमआरसी को मिलेगी। इसके लिए लगभग पांच करोड़ की कटौती मेट्रो को दी जाने वाली सहभागिता राशि चालीस करोड़ में से की जाएगी।

कंट्रोल रुम से पॉवर कंट्रोल भी होगा कंट्रोल

ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में मेट्रो रेल के आवागमन की पूरी स्थिति डिस्प्ले होती रहेगी। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि यहां से ट्रेन कंट्रोल के साथ पॉवर कंट्रोल की सुविधा भी रहेगी। ट्रेन कहां जा रही है, कहां रुकी अथवा कहां पर दिक्कत आ रही है। इसकी पूरी जानकारी यही से मालूम हो जाएगी। विपरीत परिस्थितयों में आवश्यकता पड़ने पर यहां डिजास्टर मैनेजमेंट की व्यवस्था भी रहेगी। इसके लिए एक टीम यहां मौजूद रहेगी जो कि मौके पर जाकर समस्या का निवारण करेगी।

डिपो में बनेगा कंट्रोल सिस्टम का बैकअप

ऑपरेशन कंट्रोल रूम को मेट्रो भवन के नाम से है। यहां चीफ कंट्रोलर के साथ ही कम से कम छह कर्मचारी हर शिफ्ट में तैनात होंगे। एमडी ने बताया कि भवन निर्माण के अलग अलग प्लान बनाकर कल्सल्टेंट का चयन व एजेंसी के लिए टेंडर निकाले जाएंगे। पूरी प्रक्रिया होने के बाद एक साल का बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। यह इस प्रकार से बनाया जाएगा कि यहां से शहर में चलने वाली हर कॉरिडोर के लिए मेट्रो संचालित हो सके। डिपो में बनेगा बैकअप कंट्रोल सिस्टम प्रॉयरिटी सेक्शन में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक के लिए मेट्रो का काम हो रहा है। दिसंबर 2016 में इसके संचालन के लिए डिपो में ही कंट्रोल सिस्टम का बैकअप बनाया जाएगा। यह बैकअप आकस्मिक परिस्थिति में काम करेगा।

तीस महीने में पूरा होगा 14.50 किमी रूट

ढाई साल में मेट्रो रूट चारबाग से लेखराज इंदिरा नगर तक बनकर तैयार हो जाएगा। चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक भूमिगत रूट के साथ ही स्टेडियम से लेखराज तक एलिवेटड रूट का निर्माण भी साथ-साथ होगा। वेडनेसडे को एमडी कुमार केशव व निदेशक इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड व‌र्क्स दलजीत सिंह ने कन्सल्टेंट के साथ लेखराज तक निरीक्षण किया। इस दौरान यहां उन्होंने निर्माण के लिए आने वाली दिक्कतों पर चर्चा की। 3.50 किमी भूमिगत व स्टेडियम से लेखराज तक 11 किमी एलिवेटड कुल 14.50 किमी रूट का निर्माण तीस महीने में पूरा हो जाएगा। भूमिगत रूट के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एजेंसियों से टेंडर मांगे जाएंगे। अगले महीने भूमिगत रूट के लिए टेंडर होंगे। लेखराज तक 11 किमी में 11 स्टेशन होंगे। इस रूट को चार दो पैकेज में बांटा जाएगा।