- मेट्रो रेल ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट

- 12 सौ करोड़ की लागत से पांच सालों में पूरा होगा प्रोजेक्ट

- 27.88 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना में 15.47 किलोमीटर अंडर ग्राउंड और ओपेन स्पेस में होगा 12.13 किमी

- राज्य के अन्य बड़े शहरों को भी भविष्य में मेट्रो प्रोजेक्ट से जोडे़ंगे

PATNA : पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए होटल चाणक्या में मेट्रो रेल ग्लोबल इंवेसटर्स मीट का आयोजन हुआ। इस मौके पर सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि जो सपना नीतीश कुमार ने देखा था किसी कारण से योजना की चाल धीमी थी अब जो भी मदद होगी करेंगे। पटना की आबादी तेजी से बढ़ रही है। यह 22 लाख तक पहुंच चुकी है। पटना में मेट्रो रेल के लिए 12 हजार करोड़ रुपए का डीपीआर बना है। शहरों के साथ-साथ गांवों का विकास भी हमारी परिकल्पना है। पटना में आवागमन की सुविधा सड़क आधारित है जिससे सड़कों पर हमेशा जाम की स्थिति रहती है। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य बड़े शहरों को भी भविष्य में मेट्रो प्रोजेक्ट से जोडें़गे। बिहार में पूंजी निवेश करने वालों को कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्हें हर तरह से संरक्षण दिया जाएगा। तमाम समस्याओं और बाधाओं का युद्ध स्तर पर समाधान होगा।

13 मेट्रो रेल स्टेशन होंगे

अरबन डेवलपमेंट मिनिस्टर सम्राट चौधरी ने इस मौके पर कहा कि दानापुर-मीठापुर एवं पटना स्टेशन से आईएसबीडी कॉरिडोर के अंतर्गत 27.88 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना होगी, जिसमें 15.47 किलोमीटर लंबाई भूमिगत होगी जबकि 12.13 किमी की लंबाई खुले में होगी। इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर दानापुर से मीठापर से बीच 13 मेट्रो रेल स्टेशन होंगे। प्रोजेक्ट के डीपीआर राइट्स ने बनाया है। कहा कि इंवेस्टर्स सहयोग करें, सरकार उनके साथ खड़ी है। इस मौके पर राइट्स के जेनरल मैनेजर पियूस केशल ने भी संबोधित किया। कहा कि यह प्रोजेक्ट 12 सौ करोड़ की लागत से पांच सालों में पूरा होगा।

इन कंपनियों ने किया पार्टिसिपेट

Voltas

L X T

AFCONS infrastructure

AECON

Reliance Infrastructure

AL XFS

HUDCO

I T D Cementation India

Egis

I.I.DC Ltd

GMR

CEC

SIEMENS

TATA Reality

Warre

NGIPL

ECORYS Consultant, Nedarland

ATULYAM Consultant, Mumbai

aarvee associates, Hydrabad

Chadda X Chadda, Chandigarh

ILXFS, New delhi

Marquee Consultant

अरबन डेवलपमेंट मिनिस्टर ने जो कहा

कब तक मेट्रो रेल को पटना में लाने की ठोस प्लानिंग है?

- सरकार की इच्छा है कि ख्0क्भ् तक मेट्रो रेल को जमीन पर उतारें।

क्या पटना में ऑटो या बस भाड़ा से सस्ता होगा?

- सस्ता या महंगा की बात नहीं है। स्मार्ट पटना बनाने की बात है। सरकार आगे विचार करेगी कि गरीबों को कैसे फायदा मिले।

मेट्रो प्रोजेक्ट जमीन पर उतारने का मोड क्या होगा?

- लोगों के जैसे सुझाव आएंगे उस पर तय होगा कि मोड पीपीपी होगा या कुछ और। हमने कहा है कि कोई प्रॉब्लम हो तो इनवेस्टर्स लिखित दें। टेंडर के पहले मोड फाइनल करना है। अब किसी सूरत में देर नहीं होगी।