अक्टूबर में लेगा विदाई
माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने एक बहुत ही बड़ा फैसला लेते हुये कहा कि,'चाइना में मोबाइल के माध्यम से बढ़ते मैसेजिंग एप के कारण MSN मैसेंजर काफी पीछे हो गया है. इसलिये अब इसे बंद करने का समय आ गया है. कंपनी का कहना है कि स्मार्टफोन के मैसेजिंग एप ने MSN मैसेंजर को पूरी तरह से डॉमिनेट कर दिया है. MSN मैसेंजर आमतौर पर विंडोज के लाइव मैसेंजर की तरह जाना जाता था, फिलहाल अब यह चाइना में अंतिम सांसे ले रहा है और इसे अब बंद करने का डिसीजन लिया जा चुका है. इसके डिसीजन के साथ ही एक पॉपुलर ऑनलाइन चैटिंग सर्विस के इरा का अंत हो जायेगा.

लगातार गिरता गया ग्राफ
अगर MSN मैसेंजर की बात की जाये तो साल दर साल इसमें गिरावट ही आती गई. साल 2010 में MSN मैसेंजर यूजर्स की संख्या 300 मिलियन थी, इसके बाद 2012 में इसके यूजर्स की संख्या 100 मिलियन ही रह गई. इसके तहत 2012 में माइक्रोसॉफ्ट ने यह डिसीजन लिया था कि वह अपनी सर्विस को वर्ल्डवाइड खत्म कर देगा. हालांकि माइक्रोसॉफ्ट ने यह फैसला अपनी राइवल कंपनीज की बढ़ती पॉपुलैरिटी के चलते लिया था.

स्काईप में होगी माइग्रेट

हालांकि सूत्रों का यह कहना है कि स्काईप में मर्ज होने के बाद यूजर्स इसकी सर्विस को यूज कर सकते हैं. स्काईप MSN मैसेंजर को एक्टिव रखेगा. फिलहाल खबर यह भी है कि MSN मैसेंजर पूरी तरह से खत्म नहीं होगा. इसमें सिर्फ लीगली चेंज आयेगा, जो कि एडॉप्टन को लेकर हो सकता है. इसके अलावा इसमें स्काईप के माध्यम से यूजर्स 2 डॉलर का कूपन खरीदकर इंटरनेशनल कॉल्स का लुत्फ उठ सकते हैं.      

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